चंडीगढ़ में किसानों की बड़ी रैली: पहली बार बिना शर्त के तीन घंटे की मंजूरी, 30 संगठनों के 10 हजार किसान होंगे शामिल, ट्रैफिक डायवर्ट
चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा की प्रस्तावित रैली को लेकर माहौल पूरी तरह गर्मा चुका है। सेक्टर-43 स्थित दशहरा ग्राउंड में सुबह से ही किसानों का आना शुरू हो गया, और दोपहर तक मैदान हज़ारों किसानों से भर गया। पहली बार प्रशासन ने बिना किसी अतिरिक्त शर्त के इस रैली को तीन घंटे के लिए मंजूरी दी है, जिसके चलते किसानों में भी तैयारी और जोश साफ़ दिखाई दे रहा है। यह कार्यक्रम दोपहर 12 बजे शुरू होकर 3 बजे तक चलेगा, जिसमें पंजाब के लगभग 10 हजार किसान और करीब 30 किसान संगठन हिस्सा ले रहे हैं।
रैली स्थल पर मंच, साउंड सिस्टम और बैठने की व्यवस्था पहले ही कर ली गई है, ताकि इतने बड़े समूह को सहजता से संभाला जा सके। दूसरी ओर, सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस ने लगभग 3,000 जवानों की तैनाती की है, लेकिन बॉर्डर पर किसी तरह की बैरिकेडिंग या रोक-टोक न होने के कारण किसानों को शहर में आसानी से प्रवेश मिल रहा है। शहर के सेक्टर-43 तथा आसपास के इलाकों में प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया है, जिससे आम नागरिकों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सके और रैली स्थल पर सुचारू व्यवस्था बनी रहे।
यह रैली केवल एक सभा नहीं, बल्कि कृषि कानूनों के खिलाफ चले लंबे संघर्ष की पाँचवीं वर्षगांठ का प्रतीक मानी जा रही है। किसान संगठन इसे अपने आंदोलन की निरंतरता और अधिकारों की लड़ाई के रूप में देख रहे हैं, और इसी उद्देश्य से बड़ी संख्या में किसान चंडीगढ़ में एकत्रित हुए हैं।
