Ahoi Ashtami 2024: राजस्थान के इस कुंड में स्नान करने से संतान सुख की होगी प्राप्ति, जानिए कहां है ये कुंड और कैसे पहुंचे
अहोई अष्टमी 2024: आज सभी माताएं अहोई अष्टमी का पर्व माना रही है, जिसमें मां अपने संतानों के लिए अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर कामना करती है। वहीं कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो संतान सुख प्राप्ति के लिए यह व्रत करती हैं। भारत में कई ऐसे पवित्र कुंड मौजूद है जिसमें डुबकी लगाने से संतान की प्राप्ति होती है। अहोई अष्टमी में हम आपको एक ऐसे कुंड के बारे में बताएंगे, जहां काफी महिलाएं संतान सुख के लिए आती है। हम बात कर रहे हैं श्याम कुंड की, जो खाटू श्याम मंदिर के नजदीक है। कहा जाता है कि इस कुंड का पानी कभी समाप्त नहीं होता है, जहां देश और दुनिया से भक्त आते हैं। आइए फिर श्याम कुंड के बारे में विस्तार से जानते हैं कि कुंड में स्नान करने से संतान के अलावा अन्य क्या लाभ प्राप्त होता है।
कहां है श्याम कुंड ?
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम का मंदिर है और मंदिर के एक किलोमीटर के एरिया में ही मौजूद है। श्याम कुंड का सीधा संबंध कलयुग के देवता यानी हारे का सहारा श्याम बाबा से है।
कैसे पहुंचे श्याम कुंड ?
सड़क मार्ग : यदि आप जयपुर में रहते हैं, तो आपको पहले रींगस पहुंचना होगा। रींगस से खाटू श्याम मंदिर लगभग 17 किलोमीटर दूर है। खाटू श्याम से श्यामकुंड मंदिर के आसपास के क्षेत्र में ही स्थित है। यहां बस और टैक्सी सेवाएं भी उपलब्ध होती हैं, जो आपको खाटू श्याम तक आसानी से पहुंचा सकती हैं।
रेल मार्ग : यदि आप अन्य राज्य से श्याम कुंड आ रहे हैं तो खाटू श्याम के पास रेलवे स्टेशन रींगस है। यहां से आप टैक्सी या बस द्वारा श्यामकुंड पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग : यदि आप राजस्थान के दूसरे राज्य जो दूर स्थित है, जैसे साउथ एरिया में तो आपके लिए हवाई यात्रा बेस्ट रहेगी। श्याम कुंड के पास का हवाई अड्डा जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो खाटू श्याम से लगभग 80-90 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से आप टैक्सी या बस के माध्यम से रींगस या सीधे खाटू श्याम तक पहुंच सकते हैं।
अहोई अष्टमी पर कुंड में स्नान करने के लाभ
अहोई अष्टमी पर श्याम कुंड में स्नान करना काफी शुभ माना जाता है और इस पर्व के अलावा भी काफी शुभ माना जाता है। इस कुंड में स्नान करने से पाप नष्ट हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है और बाबा श्याम का आशीर्वाद प्राप्त होता है। मान्यता है कि कुंड के जल में बड़ी अद्भुत शक्ति है, जिसमें स्नान करने से आपके भीतर आसपास की सभी नकारात्मक चीजें नष्ट हो जाती है।
पाताल लोक से आता है कुंड में पानी
बता दें कि श्याम कुंड बारह महीने पवित्र जल से भरा रहता है। कुंड का पानी जमीन से निकलता है। लोगों का मानना है कि कुंड में पानी कभी खत्म नहीं होता, क्योंकि ये पानी पाताल लोक से आ रहा है। हिन्दुओं में इस कुंड का जल पवित्र और अमृत के समान माना जाता है।