सुखबीर बादल को वेतनभोगी घोषित करने से नाराज सिख नेता ने फरीदकोट में धरना दिया
फरीदकोट विरोध: श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान सिख संगठनों के नेताओं ने रोशनी की. सिख नेताओं ने कहा है कि घटना के 9 साल बाद भी मुख्य आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उल्टे उन्हें प्रश्रय दिया जा रहा है.
सिख नेताओं ने मांग की है कि सरकार के खिलाफ ईशनिंदा और फायरिंग के मामलों की सुनवाई फरीदकोट कोर्ट में दोबारा की जाए. सरकार के खिलाफ ईशनिंदा और फायरिंग के मामलों से जुड़े 295ए के मामलों में कार्रवाई की मंजूरी दी जाए. डेरा प्रमुख के खिलाफ भी उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल को वेतनभोगी घोषित करने से हम सहमत नहीं हैं. उन्हें वेतनभोगी घोषित करने वाले जत्थेदार उन्हीं के पक्ष से निकले हैं।
सिख नेताओं ने कहा कि आज का प्रदर्शन सांकेतिक है और अगर आने वाले दिनों में सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाया तो ऐसी घटनाओं को लेकर फिर से बड़ा संघर्ष शुरू किया जाएगा. इस प्रदर्शन में बहबल गोलीकांड में जान गंवाने वाले भाई किशन भगवान सिंह और गुरजीत सिंह सरावन के परिवार के सदस्य भी शामिल हुए. इस प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.