सुरेंद्र का कहना है कि उसने बार-बार घटनाक्रम के सभी पहलुओं पर विचार किया तो एक बात जो निकल कर सामने आई वो ये है कि तीनों वारदातों में से दो वारदातें एकादशी के दिन ही घटित हुई थी और हत्या करने का तरीका भी एक ही था। उसने कहा कि कहीं ना कहीं यह तांत्रिक क्रिया से जुड़ा हुआ मामला हो सकता है।
बता दें कि 32 वर्षीय पूनम ने 2023 से 2025 तक अपने परिवार और दूर के रिश्तेदारों के बच्चों को निशाना बनाया। पहली घटना 2023 में सोनीपत के भावर गांव में हुई, जहां पूनम ने कथित तौर पर अपनी ननद की नौ साल की बेटी को पानी की टंकी में डुबोकर मार डाला था और इस आरोप से बचने के लिए, उसने अपने तीन साल के बेटे को भी उसी तरह से मार डाला, जिससे दोनों मौतें प्राकृतिक लगें। अगस्त 2025 में, उसने सिवाह गांव में अपनी चचेरी बहन की छह साल की बेटी के साथ भी यही तरीका दोहराया और उसे भी पानी के टब में डुबोकर मार डाला था।
पति ने बताया, वो एक पढ़ी-लिखी तेज औरत है, लेकिन जिसने अपने ही बच्चे को मार डाला उसे क्या कह सकते हैं। मेरे खुद के तीन साल के बेटे को मारा, मेरे भाई की बेटी को मार दिया, मेरी बहन की बेटी को मार दिया, उसे भी बीच चौराहे में पानी में डुबा डुबा के मारना चाहिए। कोई आत्मा की बात या फिर काले जादू की बात नहीं है वह बिल्कुल नॉर्मल थी। वह छह साल से मेरे थी, हमारी शादी 2019 में हुई थी। एक दिन भी एक सेकेंड के लिए मुझे उसे पर शक नहीं हुआ, हमारे घर में और दो बच्चे हैं। अगर यह खुलासा नहीं होता तो शायद वह इन दोनों को भी मार देती।
पूनम के ससुर ने कहा, वो बहू नहीं डायन है, वो नारी के नाम पर कलंक है। पढ़ी-लिखी लड़की थी, MA करके आई थी, उसे हमने B.Ed भी कराया था। लेकिन वो परिवार से अलग-अलग रहती थी। महीने में 10 दिन ही ससुराल में रहती थी, हमेशा मायके चली जाती थी। हमें लगता था कि बच्ची है चलो कोई बात नहीं, धीरे धीरे समझ जाएगी। उसके बेटे की मौत हुई थी तो वह छह महीने तक पागल जैसी हो गई थी। डॉक्टर से हमने उसका इलाज कराया था। हमें कभी नहीं लगा कि इस तरीके से कुछ कर सकती है क्योंकि इसके खुद का बच्चा मरा था। लेकिन अब हमें यकीन है कि ये सब इसने किया है… इसने मेरे भाई की पोती मार दी, हम तो एक ही परिवार हैं। हमारे बीच में कोई मनमुटाव भी नहीं था। हम उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हैं।