अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने पूर्वोत्तर में फिर से कमल खिलने पर देश की जनता व भाजपा कार्यकर्ताओं को दी बधाई|

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का किया अभिनंदन
पंचकूला, 3 मार्च- पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने पूर्वोत्तर में फिर से कमल खिलने पर देश की जनता व भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा की त्रिपुरा में जीत के बाद दोबारा सरकार बनने जा रही है, वही नागालैंड और मेघालय में सहयोगी दलों के साथ मिलकर भाजपा सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि मिशन पूर्वोत्तर के अंतर्गत प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। जिस कारण वहां की जनता ने पूर्वोत्तर में कमल खिला कर भारतीय जनता पार्टी का मनोबल बढ़ाया है।
श्री कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में विभिन्न वैश्विक मंचो पर भारत की छवि एक निर्णायक दूरदर्शी, वैश्विक भविष्य के प्रति सजग प्रहरी और सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित हुई है। कोरोना संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत के सामर्थ्य और क्षमताओं से पूरी दुनिया परिचित हुई है। भारत मानवता की रक्षा तथा पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण की दिशा में विश्व को दिशा देने वाला अग्रणी देश बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत जी-20 की अध्यक्षता करते हुए देश में पहली बार अंतरराष्ट्रीय संगठन के अति संवेदनशील कार्यक्रमों में अपनी भूमिका निभा रहा है जो देश के इतिहास में एक नये अध्याय का सूत्रपात कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता विश्व पटल पर देश को अग्रणी भूमिका में खड़ा करने के लिए अपने सर्वोच्च नेता और देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय जन नेता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करता है।
श्री कटारिया ने कहा कि सरकार की गरीब कल्याण की नीतियों और इनोवेटिव विजन से सभी देशवासी इतनी दिल की गहराइयों से जुड़े हैं, कि मोदी मैजिक से पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा लगातार जीत के नए आयाम छू रही है। अब पूर्वोत्तर राज्य दिल्ली से और हमारे दिलो से दूर नहीं है। वहां की जनता ने लोकतंत्र और सरकार की नीतियों में विश्वास दिखाया है। पहले पूर्वोत्तर राज्यों के चुनाव नतीजो पर नहीं, बल्कि चुनाव में हुई हिंसा को लेकर चर्चा हुआ करती थी। परंतु अब परिस्थितियां बदली हैं और पूर्वोत्तर के विकास को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है।