आरएलए के चेयरमैन प्रद्युमन सिंह ने बताया कि सीएच 01-डीसी श्रेणी के फैंसी और चॉइस नंबरों में अच्छा रिस्पॉन्स मिला। इस नीलामी में खरीदे गए नंबरों में 0005, 0010, 0006, 0003 और 7777 जैसे नंबर भी शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि फैंसी नंबरों की बढ़ती मांग ने आरएलए के राजस्व में उल्लेखनीय योगदान दिया है। खास बात यह है कि इस बार सीरीजी में अंग्रेजी के शब्द DC हैं, जिसके लिए लोग खासे उत्साहित हैं। इससे पहले सीएच-01-डीए-0001 अब तक का सबसे महंगा फैंसी नंबर है। यह नंबर 36 लाख 43 हजार रुपये में बिका था। वहीं अब 01-डीसी-0001 शहर के इतिहास का दूसरा सबसे महंगा नंबर बन गया है।
नंबर खरीदा गया (रुपये में)
सीएच 01 डीसी 0001 3135000
सीएच 01 डीसी 0009 2072000
सीएच 01 डीसी 0007 1613000
सीएच 01 डीसी 9999 1366000
सीएच 01 डीसी 0005 1107000
सीएच 01 डीसी 0010 1017000
सीएच 01 डीसी 0006 702000
सीएच 01 डीसी 0003 563000
सीएच 01 डीसी 7777 526000
2.26 करोड़ रुपये में बिके थे सीएच01-सीडब्ल्यू के नंबर
इससे पहले सीएच01-सीडब्ल्यू सीरीज के नंबरों की नीलामी में भी विभाग को अच्छा रिस्पांस मिला था जिससे कुल 2.26 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ था। इसमें सबसे अधिक 0001 नंबर 16.50 लाख रुपये में नीलाम हुआ था। इसके बाद 10 लाख रुपये में 0009 नंबर की बोली लगी है। इस नीलामी में आरएलए कुल 489 फैंसी नंबरों को बेचने में सफल रहा था।
ई-नीलामी में सिर्फ चंडीगढ़ के लोग हिस्सा ले सकते हैं और इसके लिए नेशनल ट्रांसपोर्ट की वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कराना होता है। अब जिन्होंने सबसे अधिक बोली लगाई है उन्हें रकम को जमा कराना होगा, जिसके बाद ही बोलीदाता को नंबर सौंपा जाएगा।