SMO की सीधी भर्ती और अन्य मांगों को लेकर हरियाणा में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डॉक्टर, हिसार में 128 डॉक्टर गैरहाजिर, 25 को नोटिस
हरियाणा में सीनियर मेडिकल ऑफिसर (SMO) की सीधी भर्ती और अन्य मांगों को लेकर डॉक्टरों का धैर्य अब जवाब दे चुका है। सरकार से अनेक दौर की प्रतीक्षा और संवाद की उम्मीदों के बावजूद जब कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो डॉक्टरों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का निर्णय ले लिया। इससे पहले 8 और 9 दिसंबर को वे प्रतीकात्मक हड़ताल कर चुके थे, लेकिन माँगों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया न मिलने के कारण अब उन्होंने आंदोलन को और कड़ा कर दिया है।
पंचकूला में हालात अधिक गंभीर दिखाई दे रहे हैं, जहां डॉक्टर डीजी हेल्थ ऑफिस के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं, जिससे चिकित्सा सेवाओं पर गहरा असर पड़ रहा है। उधर हिसार में स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। यहां सिविल अस्पताल प्रशासन ने प्रोबेशन पर कार्यरत 25 डॉक्टरों को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद कोई भी डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार नहीं हुआ। डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से 20 डॉक्टर बुलाए गए हैं, फिर भी 128 डॉक्टरों की छुट्टी पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने लगी है। स्थिति इतनी व्यापक हो गई है कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से न सिर्फ हिसार बल्कि सिरसा और फतेहाबाद में भी डॉक्टर भेजे जा रहे हैं, ताकि किसी तरह मरीजों को बुनियादी सेवाएं मिलती रहें। लगातार बिगड़ते हालात यह संकेत दे रहे हैं कि जब तक सरकार बातचीत कर कोई समाधान नहीं निकालती, तब तक यह संकट और गहराने वाला है।
डॉक्टरों की हड़ताल पर सरकार के 2 एक्शन
- एस्मा लगाया, 6 महीने हड़ताल पर रोक: सरकार ने हड़ताल रोकने के लिए एस्मा लागू कर दिया है। गवर्नर ने धारा 4(क)(1) के तहत यह भी स्पष्ट किया है कि अगले 6 महीने तक स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टर और कर्मचारी किसी भी प्रकार की हड़ताल नहीं कर सकते।
- हड़ताली डॉक्टरों की सैलरी रोकने के आदेश: सरकार ने आदेश जारी कर यह भी कहा है कि जो भी कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं, उनकी सैलरी रोक दी जाए। यह कार्रवाई “नो वर्क, नो पे” यानी काम नहीं तो वेतन नहीं के नियम के तहत होगी। हड़ताल के दिनों में किसी भी कर्मचारी को वेतन या मानदेय नहीं दिया जाएगा।
