चंडीगढ़ में आने वाले दो दिनों तक ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर किया है। देर शाम और सुबह के समय तापमान में और गिरावट हो सकती है। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है।
मंगलवार को शहर में सुबह और रात के समय कड़ाके की ठंड महसूस की गई। कोहरा हल्का रहा लेकिन शीतलहर ने लोगों को परेशान किया। हालांकि, दोपहर की तेज धूप ने कुछ राहत जरूर दी। बाजारों और पार्कों में दोपहर के समय हलचल भी बढ़ी।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य के करीब रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान गिरकर 8.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो सामान्य से करीब 2 डिग्री कम है।
सुबह–शाम तापमान में गिरावट के कारण लोग घरों में हीटर, ब्लोअर और गीजर का अधिक उपयोग कर रहे हैं। पीजीआई के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रो. रविंद्र खैवाल का कहना है कि ठंड से राहत आवश्यक है लेकिन हीटर या ब्लोअर का गलत उपयोग स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
उन्होंने बताया कि कॉइल वाले हीटर आग पकड़ने का बड़ा जोखिम पैदा करते हैं। यह कमरे की ऑक्सीजन भी तेजी से कम करते हैं जिससे सिरदर्द, चक्कर, थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कई बार आंख, नाक और गला सूखने लगता है और त्वचा फटने की समस्या बढ़ जाती है। बुजुर्गों, बच्चों, अस्थमा या हार्ट के मरीजों के लिए यह स्थिति ज्यादा जोखिम भरी होती है। प्रो. खैवाल ने कहा कि तापमान और गिर सकता है इसलिए राहत और सुरक्षा दोनों के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है। बढ़ती सर्दी में सतर्कता ही अधिकांश दुर्घटनाओं से बचाव कर सकती है।
- हीटर या ब्लोअर चलाते समय कमरे में हल्की वेंटिलेशन जरूर रखें।
- उपकरण को बहुत पास न रखें, उचित दूरी बनाकर उपयोग करें।
- रातभर हीटर चालू कर सोने से बचें।
- कमरे में ह्यूमिडिफायर या पानी से भरा कटोरा रखें, ताकि नमी बनी रहे।
- कॉइल वाले पुराने हीटर से बचें, ऑइल-फिल्ड हीटर अधिक सुरक्षित हैं।
- हीटर के पास कपड़े न सुखाएं, आग लगने का खतरा रहता है।
- तार, प्लग और एक्सटेंशन बोर्ड की समय-समय पर जांच करें।