हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी: पंचकूला में खाली पड़े केबिन, मरीज करते रहे इंतजार
हरियाणा में सरकारी डॉक्टरों की दो दिन की हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही, जिसके कारण कई सरकारी अस्पतालों में कामकाज प्रभावित दिखाई दिया। कई जगहों पर डॉक्टरों के केबिन पूरी तरह खाली दिखे और मरीज घंटों तक उनका इंतजार करते रहे। पंचकूला के सिविल अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि वे सुबह साढ़े आठ बजे से डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अभी तक कोई नहीं पहुंचा, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हड़ताल का असर सोमवार को भी देखने को मिला था, जब ओपीडी शुरू होने के बावजूद कई जिलों में डॉक्टर अपने केबिनों तक नहीं पहुंचे। ऐसे हालात में अस्पताल प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों, PG स्टूडेंट्स और अन्य स्टाफ को ओपीडी और इमरजेंसी संभालने की जिम्मेदारी सौंपी थी, ताकि मरीजों को कुछ राहत मिल सके। इसके बावजूद कई जगहों पर अव्यवस्था बनी रही।
भिवानी, हिसार और गुरुग्राम में स्थिति बिगड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने धारा 163 लागू कर दी है, जिसके तहत किसी भी प्रकार के धरने या प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। इसी बीच, एचसीएमएस एसोसिएशन ने सरकार को चेतावनी देते हुए एक बार फिर कहा है कि डायरेक्ट एसएमओ भर्ती और एसीपी सहित उनकी प्रमुख मांगों पर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल के काफिले में सोमवार को बिना डॉक्टर की ऐंबुलेंस दौड़ती रही। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल सोमवार की शाम काे शालीमार ग्राउंड में चल रहे इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में सेमिनार को संबोधित करने के लिए पंचकूला आए थे। इसके लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से एंबुलेंस भेजी गई लेकिन उसमें ध्यान नहीं रखा गया कि डॉक्टर नहीं है।
