चीप हाऊस’ का नाम बदलकर ‘मरला हाऊस’ करें, अन्यथा पीएमओ-गृह मंत्रालय के समक्ष उठाया जायेगा मामला: सौरभ जोशी
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चीप हाऊस’ का नाम एवं दशा जल्द बदलें चंडीगढ़ प्रशासन : सौरभ जोशी
रागा न्यूज़ चंडीगढ़ -सेक्टर-15 डी में मौजूद ‘चीप हाऊस’ अब ‘मरला हाऊस’ के नाम से जाना जाएगा, इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन को मंजूरी देनी पड़ेेगी। ‘पार्षद आपके द्वार’ मुहिम के तहत स्थानीय निवासियों की लंबे अरसे से “चीप हाउस” नाम बदलने की फरियाद को वार्ड 12 के पार्षद सौरभ जोशी ने दमदार तरीके से पैरवी करने की हामी भरी है।
इस मौके सौरभ जोशी ने बताया कि वर्षों से चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा दिए गए ‘चीप हाऊस’ के नाम से जाने जाते इस ‘चीप’ शब्द के निकलते दोहरे मतलब से स्थानीय लोगों को शर्मिंदा होना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि वहीं प्रशासन को वार्ड नंबर 12 के अधीन आते सेक्टर-15 व 24 में मौजूद इन “चीप हाऊसिज” को ‘नीड बेस्ड’ मंजूरी जिसमें ऊपरी तीन मंजिलें, अतिरिक्त कमरे, शौचालय, बरामदे में जरुरत मुताबिक बदलाव की मांग की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 16 अक्तूबर 2018 की चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा जारी नोटिफिकेशन जिसमें प्राइवेट रेजीडेंशियन प्लाट धारकों को सुविधा मुताबिक ग्राऊंड कवरेज व एएफआर बढ़ाने की अनुमति दी गई है, जबकि चीप हाऊसिज इस सुविधा से बाहर क्यों हैं| उन्होंने सवाल किया कि जब अन्य इमारतें 3 मंजिला तक बन सकती है, तो चीप हाऊसिज में यह अनुमति क्यों नहीं है।
उन्होंने मांग की कि दशकों से स्थापित “चीप हाऊसिज” में परिवार व अब उनके बच्चे भी यहां रह रहे हैं, जो कि अब छोटे मकानों में रहना असंभव है। इन परिवारों की मजबूरी को देखते हुए प्रशासन को इन मकानों को भी नीड बेस्ड तहत बदलाव की मंजूरी देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि चंडीगढ़ प्रशासन ने ‘चीप हाऊस’ का नाम व इसमें “नीड बेस्ड” बदलाव लाने की मांग को अनसुना किया तो वह पीएमओ व गृह मंत्रालय तक यह मामला पहुंचाने में गुरेज नहीं करेंगे