पुल ढह गए, घर ढह गए और नदियाँ उफान पर… पठानकोट में बारिश ने मचाई तबाही

पंजाब और पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब मुसीबत का सबब बनती जा रही है। कल पठानकोट और गुरदासपुर में हुई भारी बारिश से हालात गंभीर होते दिखाई दिए। पठानकोट के कोठे मवाल गाँव में एक मकान बारिश के तेज़ पानी की वजह से ढह गया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है।
वहीं, भारी बारिश के कारण पठानकोट-कठुआ पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी जगह पर एक पुराना पुल भी था, जो बारिश के पानी के कारण ढह गया है। वहीं, निचले हिस्से से पानी घुसने के कारण पठानकोट-कठुआ पुल बंद कर दिया गया है, जिससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग पर यात्रा करने वाले लोगों को अब विकल्प के तौर पर दूसरे रास्तों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, जिससे यात्रा लंबी हो गई है।
चक्की नदी पर बने एक रेलवे पुल का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक ट्रेन पुल के ऊपर से गुज़र रही है और पुल के नीचे से मिट्टी खिसक रही है। भारी बारिश के कारण पठानकोट में लोगों को अपना सामान्य जीवन चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
गुरदासपुर में रावी, उज्ज और चक्की नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हैं। दीनानगर में रावी और उज्ज नदियों के संगम स्थल मकोरा पट्टन में बाढ़ जैसे हालात हैं। पाकिस्तान की सीमा से लगे सात गाँवों – तूर, चेबे, मम्मी चक रंग, भारयाल, लसयान, झुंबर और काजला – का संपर्क टूट गया है।
रणजीत सागर बांध से पानी छोड़ा जा रहा है
रणजीत सागर डैम झील का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है, खतरे का निशान 527 मीटर है। बांध प्रशासन ने कल शाम को एक स्पिलवे गेट खोला था, आज सुबह से बांध के दो गेट खोल दिए गए हैं और लगभग 33 हज़ार क्यूसेक पानी रावी नदी में छोड़ा जा रहा है। फ़िलहाल 5 गेट अभी भी बंद हैं, इसके अलावा चारों यूनिट चलाकर बिजली पैदा की जा रही है।