224 की मौत… हिमाचल में बारिश का कहर जारी, भूस्खलन से 359 से ज्यादा सड़कें बंद; मूसलाधार वर्षा की चेतावनी जारी

हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बीती रात भी वर्षा हुई, वहीं रविवार को राजधानी के आसपास हल्की बूंदाबांदी हुई। रविवार को उना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया था। वहीं, अगले चार दिन मानसून और अधिक सक्रिय होगा और राज्य में मूसलाधार वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 11 से 14 अगस्त तक राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 15 व 16 अगस्त को येलो अलर्ट रहेगा। शनिवार रात से रविवार सुबह तक कांगड़ा में सबसे ज्यादा 68 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं, सुंदरनगर के मुरारी देवी में व पालमपुर में 52-52 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार राज्य भर में भूस्खलन से एक नेशनल हाईवे व 359 सड़कें बंद हैं। वहीं, 145 बिजली ट्रांसफार्मर व 520 पेयजल स्कीमें ठप हैं। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 214 सड़कें बाधित हैं। जबकि कुल्लू में 91 व कांगड़ा में 22 सड़कें अवरूद्व हैं। कुल्लू जिला में नेशनल हाईवे 305 जहेड खनग के पास अवरुद्ध है।
मंडी जिला में 85 और कुल्लू जिला में 50 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। राज्य विद्युत बोर्ड ने अधिकतर खराब पड़े ट्रांसफार्मरों को ठीक कर दिया है। इसके अलावा कुल्लू जिला में 367, मंडी में 78 व कांगड़ा जिला में 72 पेयजल स्कीमें ठप रहीं।
मानसून सीजन में 219 पहुंची मृतकों की संख्या राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मानसून सीजन में अब तक राज्य भर में वर्षा जनित हादसों में 224 लोगों की मौत हुई है, 37 लापता हैं और 315 घायल हुए।