लॉरेंस बिश्नोई की तरह होना चाहता था फेमस, गूगल से नंबर निकालकर डॉक्टरों से मांगी रंगदारी; पुलिस ने आरोपी को पकड़ा

जींद। शहर के दो डॉक्टरों से रंगदारी मांगने का आरोपित थुआ गांव निवासी अंकित गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को फॉलो करता है। उसने लॉरेंस की तरह फेमस होने के लिए रंगदारी मांगी थी। उसकी योजना अस्पताल संचालकों, कमीशन एजेंटों और उच्च पदस्थ अधिकारियों को धमकी भरे फोन कॉल करने की थी।
इसके लिए उसने गूगल से ऐसे लोगों के मोबाइल नंबर खोजे, लेकिन कई ने फोन नहीं उठाया। वह महंगे नशे का आदी भी है। सीआईए नरवाना और जींद सिविल लाइन थाना पुलिस ने शनिवार देर शाम उसे नरवाना से गिरफ्तार किया। पुलिस के घेरने पर अंकित पुल से कूद गया, जिससे उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया।
उसे उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस सोमवार को उसे अदालत में पेश करेगी। उल्लेखनीय है कि जींद सिविल लाइन में सात अगस्त को और शहर थाना में आठ अगस्त को रंगदारी के मामले दर्ज हुए थे। मुस्कान अस्पताल की संचालिका डॉ. मोनिका पूनिया ने बताया कि उन्हें कई बार अनजान नंबर से फोन आया, जिसमें 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी।
सरस्वती आई केयर के मैनेजर नरेश ने भी पुलिस को शिकायत दी कि उन्हें भी कई फोन आए, लेकिन व्यस्तता के कारण वे फोन नहीं उठा सके। इसके बाद उन्हें वॉट्सऐप पर धमकी भरा संदेश मिला, जिसमें कहा गया कि रात आठ बजे तक पैसे नहीं दिए तो जान से मार दिया जाएगा।
पुलिस इन दोनों मामलों में आरोपित की तलाश कर रही थी। शनिवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि अंकित नरवाना क्षेत्र में घूम रहा है और भागने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपित अंकित रंगदारी मांगने के बाद अपना मोबाइल बंद कर देता था और बार-बार अपनी लोकेशन बदलता रहता था, जिससे पुलिस के लिए उसे पकड़ना चुनौतीपूर्ण हो गया।
पुलिस के अनुसार, अंकित एक शातिर अपराधी है। ग्रामीणों के अनुसार, अंकित का परिवार खेती करता है और उसने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। स्कूल के दिनों से ही वह अपराध की ओर बढ़ने लगा था। उस पर चोरी के आरोप भी लगे हैं। इसके अलावा, अंकित पर कई अन्य आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।