यमुनानगर में परिजनों ने करा दी नाबालिग लड़की की शादी, पुलिस ने दूल्हे को दबोचा

यमुनानगर। बूड़िया थाना क्षेत्र के गांव में 14 वर्षीय किशोरी से शादी करने के आरोपित बूड़िया निवासी कर्ण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित व उसके स्वजन की सहमति से किशोरी की शादी हुई। यह मामला बाल विवाह निषेध विभाग के संज्ञान में आया तो उन्होंने किशोरी को रेस्क्यू किया।
बाल विवाह निषेध अधिकारी अरविंद्रजीत कौर की शिकायत पर 30 जुलाई को मामले में केस दर्ज किया था। आरोपित कर्ण को बुधवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा है। आरोपित मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला शामली के थानाभवन का रहने वाला है। छह साल से यहां रह रहा है।
बाल विवाह निषेध विभाग को अनजान नंबर से आई कॉल से सूचना मिली कि बूड़िया में नााबालिग किशोरी की शादी कराई है। सूचना पर 20 जुलाई को टीम बूड़िया में पहुंची लेकिन वहां पर कोई जानकारी नहीं मिल सकी। जिस नंबर से कॉल आई थी। उस पर संपर्क नहीं हुआ। इसके बाद अगले दिन फिर संपर्क किया, तो उस मकान का पता मिला। जहां पर किशोरी को शादी के बाद रखा गया।
इसके बाद दोबारा टीम वहां पर पहुंची। किशोरी को रेस्क्यू कर वन स्टाप सेंटर भिजवाया गया। इसके साथ उसके ससुराल वालों व माता-पिता को दस्तावेजों के साथ पूछताछ के लिए बुलाया गया। दस्तावेजों में किशोरी की आयु 14 वर्ष निकली। बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत शादी कराने वाले पंडित सहित माता पिता व युवक भी इस केस में आरोपित है।
पुलिस को मिली शिकायत में बताया कि बूड़िया निवासी जिस युवक से किशोरी की शादी कराई गई। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला शामली के थानाभवन का रहने वाला है। लगभग छह वर्ष से यहां बूड़िया में अपने माता-पिता के साथ रह रहा है।
इस बीच ही दोनों परिवारों के बीच बातचीत हुई और शादी की बात तय कर दी। किशोरी साढौरा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। 20 जुलाई को उसकी शादी करा दी। मामले में आरोपित युवक, उसके माता-पिता, किशोरी के माता पिता व दादी और पंडित पर भी केस दर्ज करने की सिफारिश की गई। जिसके बाद ही मामले में केस दर्ज हुआ।