मजीठिया को राहत नहीं, मोहाली कोर्ट में फैसला टला, इस तारीख को होगी दोबारा सुनवाई

शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया की ज़मानत और जेल बैरक बदलने की याचिका पर आज मोहाली कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन सुनवाई के दौरान कोई फ़ैसला नहीं हो सका। कोर्ट में फ़ैसला टल गया है। अब ज़मानत याचिका पर अगली सुनवाई 7 अगस्त को होगी, जबकि बैरक बदलने की याचिका पर सुनवाई 12 अगस्त को होगी। बिक्रम मजीठिया को विजिलेंस ब्यूरो ने 25 जून को आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ़्तार किया था। वह फ़िलहाल नई नाभा जेल में बंद हैं।
जमानत याचिका पर छठी बार सुनवाई
बिक्रम मजीठिया की ज़मानत याचिका पर आज छठी बार सुनवाई हुई। इस याचिका पर 12 घंटे से ज़्यादा समय तक सुनवाई हुई है। एक तरफ़ मजीठिया के वकील मज़बूती से अपना पक्ष रख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ़ सरकारी वकीलों की तरफ़ से भी तथ्यों के साथ दलीलें दी गईं।
बैरक बदलने की याचिका, ऑरेंज श्रेणी का संदर्भ
बिक्रम मजीठिया की दूसरी याचिका में उनके वकीलों ने बैरक बदलने की मांग की है। वकीलों ने याचिका में दलील दी है कि मजीठिया विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके हैं। इसलिए उन्हें जेल मैनुअल के अनुसार ऑरेंज श्रेणी की सुविधाएं दी जानी चाहिए।
उन्हें सेवारत और विचाराधीन कैदियों से अलग रखा जाना चाहिए। बैरक बदलने के लिए बिक्रम मजीठिया की याचिका पर पहले भी सुनवाई हो चुकी है। मोहाली कोर्ट ने इस पर सरकार से जवाब भी मांगा था। इस याचिका पर 12 अगस्त को फिर सुनवाई होगी।