उन्होंने आगे कहा हैं, ‘मैं उन लोगों को चुनौती देता हूं जो कह रहे हैं यहां आतंकवाद खत्म हो गया है। जब तक हमारे पड़ोसियों (पाकिस्तान) के साथ रिश्ते अच्छे होंगे, तक तब आतंकवाद खत्म नहीं होगा। पड़ोसियों से रिश्ते अच्छे होने के बाद ही राज्य में आतंकवाद खत्म हो सकता है। इससे दौरान फारूक अब्दुल्ला ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख रहे शिबू सोरेन के निधन पर भी दुख जाहिर करते हुए अपनी खिराजे अकीदत पेश की।
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कमहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए 25% टैरिफ पर बात की। उन्होंने कहा कि इस टैरिफ का असर कर सभी पर होगा। ट्रंप ने टैरिफ के साथ जुर्माना भी लगाया है। अचानक ऐसा क्या हुआ जो ट्रंप पाकिस्तान के दोस्त बन गए। ट्रंप चाहते हैं हम रूस से तेल न लें। जबकि ट्रंप ने पाकिस्तान से वादा किया वो उन्हें कच्चा तेल भेजेंगे। अब हमारा कोई दोस्त नहीं बचा है। यहां तक हमारे पड़ोसी भी हमारे दोस्त नहीं रहे हैं। हमने हर बार यह दिखाने की कोशिश की है हम पाकिस्तान से ज्यादा मजबूत है, जबकि हमे एक साथ होने के बारे में सोचना चाहिए।