पाकिस्तान की वीडियो से कांवड़ के बीच सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश विफल

पुलिस ने बड़ी आतंकी साज़िश का भंडाफोड़ करते हुए 3 आरोपियों नदीम, मनशेर और रहीस को गिरफ्तार किया है। आरोपी कांवड़ यात्रा के दौरान साम्प्रदायिक तनाव फैलाने के लिए पाकिस्तान के एक पुराने हत्याकांड का वीडियो वायरल कर रहे थे, जिसमें महिलाओं और बच्चों की लाशें दिखाई गई थीं।
ककरोली युवा एकता नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक वीडियो डाली गई, जिसे मुरादाबाद की बताकर कहा गया कि इसमें जो मार काट हो रही है वह बजरंग दल के लड़के कर रहे हैं, जबकि वायरल वीडियो पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ का था, जिसे मुरादाबाद के ग्रांम मंसूरपुर थारक नंगला का बताकर वायरल किया गया!
थाना ककरौली पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम ककरौली के कुछ व्यक्ति ककरौली युवा एकता व्हाटसएप ग्रुप पर एक लोमहर्षक, खतरनाक एवं सनसनीखेज, वीडियो और आडियो वायरल कर रहे है, जिसमें एक घर में महिला व छोटे-छोटे बच्चों की लाश खून में लथपथ पडी हुई है। साथ ही एक आडियो डाली जा रही है जिसमें यह कहा जा रहा है कि यह वीडियो जनपद मुरादाबाद के ग्रांम मंसूरपुर थारक नंगला के पास की है, जहाँ बजरंग दल के कुछ लोग मुस्लिम घरों में घुसकर लोगों को काट रहे है, उनकी हत्या कर रहे है, किसी को नहीं छोड रहे है, छोटे हो बडे हों, महिला हो, बच्चो हों, उस आडियो में यह भी बोला जा रहा है कि इस प्रकार कई गाँव में बजरंगदल के कार्यकर्ताओं द्वारा मुसलमानों की हत्या की जा रही है और इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर वायरल करने की अपील की जा रही है। इसका संज्ञान लेते हुए तत्काल थाना ककरौली पुलिस की एक टीम गठित की गयी और अफवाह फैलाकर जनपद, राज्य व देश में साम्प्रदायिक नफरत व हिंसा करवाने की घोर आपराधिक योजना बनाने के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी की गयी। खतरनाक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए एवं देश में पूर्वनियोजित साम्प्रदायिक हिंसा व अशांति फैलाने के लिए साजिश की जा रही थी, जिससे अराजकता का माहौल हो सकता था जिसपर तत्काल कार्यवाही करते हुए ग्रुप में भ्रामक आडियो वीडियो डालने वाले एवं उसके साथियों को तत्काल थाना ककरौली द्वारा गिरफ्तार किया गया। उनके पास 3 अदद मोबाईल फोन की बरामदगी की गयी। इस सम्बन्ध में थाना ककरौली पर मुकदमा अपराध संख्या 111 /2025 अन्तर्गत धारा 55/61(2)/ 103(2)/ 113(3)/ 147/152/196/197/299/351(3)/ 353(2) बीएनएस व 13 UAPA Act 1967 व 67 आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया।
इस सम्बन्ध में अभियुक्तगण नदीम, मनशेर, रहीस से विस्तृत पूछताछ करने एवं साक्ष्यों के विश्लेषण से यह तथ्य प्रकाश में आये है कि प्रथम दृष्टया यह वायरल वीडियो पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ जनपद की अप्रैल 2024 की घटना है, जहाँ एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी व अपने 7 बच्चों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। इस वीडियो को सोची समझी साजिश के तहत घटना को जनपद मुरादाबाद का दर्शाते हुए विशेष सम्प्रदाय के लोगों को उकसाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगे भडकाने एवं आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने का था। साजिश के तहत सावन के महीने का दूसरा सोमवार का समय चुना गया क्योंकि इस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काँवड यात्रा चल रही है। इरादा यह था कि लोगों में साम्प्रदायिक नफरत फैलाई जाये जिससे लोग उग्रवाद और आतंकवाद की विचारधारा के प्रति आकर्षित हो और भोले भाले लोगों को उकसाकर सामाजिक सौहार्द बिगाडा जा सके, राष्ट्र के प्रति असंतोष पैदा किया जा सके तथा किसी बडी हिंसक / आतंकी घटना को अंजाम दिया जा सके।
योजनाबद्ध तरीक से साजिश के तहत यह वीडियो / आडियो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में विशेष सम्प्रदाय के लोगों के लगभग कई व्हाटसएप ग्रुपों में इसे वायरल किया गया है, इस साजिश में शामिल इनके गिरोह के अन्य साथियों के नाम भी प्रकाश में आये है। इनके पास से बरामद मोबाईल फोन का विस्तृत तकनीकी फौरेंसिक मुल्यांकन किया जायेगा, आडियो का VOICE ANALYSIS किया जायेगा और साक्ष्यों के आधार पर इस साजिश में FORWARD and BACKWARD LINKAGES में संलिप्त सभी व्यक्तियों की जानकारी कर उनके विरुद्ध कठोर विधिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। अभी तक के उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह एक बहुत बडी आपराधिक साजिश थी, जिसमें कुछ असामाजिक तत्व, राष्ट्र विरोधी संगठन, आतंकी संगठन, एवं पाकिस्तानी एजेंसीयों की संलिप्तता से भी इन्कार नही किया जा सकता। पुलिस की त्वरित कार्यवाही से एक बहुत बडी राष्ट्र विरोधी साजिश विफल हुई है।