कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी होगी गीतामयी, गीता श्लोक और महाभारत थीम पर पेटिंग बढ़ाएंगी शोभा, ब्रह्मसरोवर के प्रवेश द्वार का नाम महाभारत थीम पर होगा तय

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र गीतामयी नजर आएगी। गीता श्लोकों के साथ महाभारत थीम पर आधारित पेटिंग शोभा बढ़ाएंगी, साथ ही थर्ड गेट स्थित सुदर्शन चक्र रंगी-बिरंगी लाइटों से सजेगा और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा भी स्थापित होगी। वहीं ब्रह्मसरोवर के प्रवेश द्वार का नाम भी तय किया जाएगा। यह फैसला राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्ष बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री एवं केडीबी के उपाध्यक्ष नायब सैनी की अध्यक्षता में आयोजित हुई कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 82वीं वार्षिक बैठक में लिया गया। बैठक के दौरान बोर्ड के पदाधिकारियों और अधिकारियों के समक्ष कुरुक्षेत्र के विकास के पहलुओं को लेकर चर्चा हुई, जिसमें सफाई व्यवस्था, सरोवर के रख रखाव, नवीनीकरण और ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था करने के साथ साथ मेला एरिया में विकास को लेकर चर्चा हुई है।
बैठक में अलग अलग स्थानों पर चल रहे विकास कार्यो की समीक्षा की गई, साथ ही प्रोजेक्ट्स में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री द्वारा ज्योतिसर तीर्थ परिसर के आस—पास ग्रीनरी की व्यवस्था करने के भी संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए है। इसके अलावा पूरे शहर के पेंटिंग और रेलवे ब्रिज के नजदीक भी श्लोक इत्यादि लिखने बारे भी बैठक में चर्चा हुई है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, विधायक अशोक अरोड़ा, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरूण गुप्ता, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य सचिव विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ पंकज सेतिया, केडीबी के मानद महासचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा और केडीबी सदस्य डॉ. ऋषिपाल मथाना प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी, पास भी बनेंगे
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की बैठक में निर्णय हुआ है कि कुरुक्षेत्र में इलेक्ट्रिक बस चलाई जाएंगी। इन बसों को 48 कोस के अंतर्गत आने वाले तीर्थों के साथ कनेक्ट किया जाएगा। बसों के अंदर रुट मैप भी लगाया जाएगा, साथ ही डेलीवेज पास की व्यवस्था भी रहेगी। बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि डेलीवेज पास ना सिर्फ बस में चलेंगे साथ ही कुरुक्षेत्र में बने अलग अलग स्थलों पर भी एंट्री पास के रुप में भी काम आ सकेंगे। इसके साथ ही बैठक में 48 कोस के बारे में बताया गया कि बोर्ड के अधिकारियों की कमेटी द्वारा 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि में पहले चिन्हित 164 तीर्थ स्थलों के अतिरिक्त अब 18 नए तीर्थो के सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है। इन स्थलों पर होने वाले निर्माण के डिजाइन को लेकर चर्चा हुई, जिसमें विस्तार से बताया गया कि इनका डिजाइन एक तरह का होगा, साथ ही इस्तेमाल होने वाले रंग, प्रवेश द्वार, पार्क, हॉल इत्यादि भी एक प्रकार के ही बनेंगे।
4 इंफॉर्मेशन सेंटर बनाने के निर्देश
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आने वाले तीर्थ यात्रियों अथवा पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए बकायदा 4 इंफॉर्मेशन सेंटर के कार्य को 15 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए है। यह सेंटर पिपली के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तथा ज्योतिसर में रेलवे स्टेशन और केडीबी पर बनेंगे। इन सेंटर्स के जरिए कोई भी व्यक्ति कुरुक्षेत्र के बारे में कुछ भी जान सकेंगे। बकायदा इनके पास कुरुक्षेत्र की जानकारी मुहैया करवाने वाले पोस्टर एवं बुकलैट भी उपलब्ध रहेगी। जिनमें होटल, टूरिस्ट पैलेस, मुख्य जानकारी सहित कई पहलुओं का समावेश होगा।
इतिहास से करवाया जाएगा रूबरू
बैठक के दौरान कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यहां स्थापित होने वाली प्रतिमा तथा ऐतिहासिक स्थलों के पास बोर्ड भी लगाना सुनिश्चित किया जाएं। इन बोर्ड पर उस एरिया के इतिहास का उल्लेख हो। जैसे अगर वहां बाण गंगा की प्रतिमा है तो बताया जाए कि इसके पीछे का इतिहास क्या है। साथ ही ऐसे ही भीष्म कुंड तथा अन्य जगहों को चिन्हित कर उनके सौंदर्यीकरण के साथ साथ इस प्रकार के पहलुओं को अंकित किया जाएं।
ग्लोबल गीता सब्मिट में विश्वभर से आएंगे स्कॉलर
बैठक के दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को भव्य रूप देने के लिए हम सब मिलकर प्रयास कर रहे है। उन्होंने इंदौर का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां की सफाई व्यवस्था को लेकर भी वैसे प्रयास किये जाने चाहिए, ताकि स्वच्छता की रैकिंग में इसका भी स्थान आएं। साथ ही उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव को लेकर ग्लोबल पार्टनर के रूप में जापान को साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि ग्लोबल गीता सब्मिट का भी प्रदेश में आयोजन होना चाहिए, जिसमें विश्वभर से स्कॉलर आएं।