अंग्रेजी में मैसेज था और रविवार का दिन इसलिए टीचर ने ध्यान नहीं दिया और सो गई, अगले दिन हो गई 19 लाख की ठगी

साइबर ठग नित नया तरीका निकालकर ठगी कर रहे हैं। ऐसी ही ठगी रामनगर निवासी गुड़ी माध्यमिक स्कूल की शिक्षिका रजनी उपाध्याय के साथ हुई है। ठगों ने उनके फोन के इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर एपीके फाइल भेजकर उनकी अलग-अलग एफडी पर करीब 19 लाख रुपये से ज्यादा का ऋण ले लिया। शिक्षिका की शिकायत पर रामनगर चौकी पुलिस ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
शिक्षिका ने बताया कि 20 और 21 अप्रैल को उनके साथ साइबर धोखाधड़ी हुई। फोन पर डाट एपीके फाइल आई थी, उसे डाउनलोड भी नहीं किया, पता नहीं वह आटोरन हुई या क्या हुआ। फोन से अपने आप 20 अप्रैल को आठ लाख 85 हजार रुपये का लेनदेन हो गया।
इसके बाद एक मैसेज आया था, जो पढ़ नहीं पाई। 21 तारीख को बैंक ऑफ महाराष्ट्र से मैसेज आया कि आपके खाते में तीन लाख 80 हजार रुपये का ऋण क्रेडिट हुआ है। अंग्रेजी में मैसेज था, मैंने ध्यान नहीं दिया कि एफडी पर भी कोई ऋण होता है। उस दिन रविवार था, इसलिए मैंने इतना ध्यान नहीं दिया और मैं सो गई।
उनके अनुसार- सोमवार को मैं ड्यूटी पर गुड़ी खेड़ा आ गई। इसके बाद फिर से मेरे मोबाइल पर लेनदेन होना शुरू हो गया। बैलेंस चेक किया, मेरे खाते में छह हजार रुपये थे, लेकिन उसमें 49 हजार रुपये दिखा रहा था। इसके बाद सर्कल घूमने लगा। मुझे चिंता हुई कि खाते में इतना बैलेंस कैसे आ रहा है। जब मैंने बैंक मैनेजर को बताया तब उन्होंने बताया कि आपकी एफडी पर 10 लाख रुपये का ऋण लिया गया है।
इसकी जानकारी मुझे नहीं थी। बैंक वालों ने कहा कि इसकी शिकायत आप साइबर सेल में कीजिए। इसके बाद मेरे पास 20 लाख रुपये का स्टेटमेंट आने लगा। शिक्षिका ने कहा कि मैं 2007 से माध्यमिक स्कूल गुड़ी खेड़ा में शिक्षिका के पद पर हूं। वेतन आते ही मैं इसकी एफडी करवा देती थी, इस तरह मैंने अलग-अलग 13 एफडी करवाई थी। ठगों ने अलग-अलग एफडी पर कुल 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।