‘शोर मचाया तो मार दिया…’, लुधियाना में फर्नीचर दुकानदार की मौत का खौफनाक सच! दो आरोपित गिरफ्तार

लुधियाना। ढंडारी स्थित दुर्गा कालोनी में फर्नीचर की दुकान के मालिक रामधनी तिवारी की हत्या के मामले में थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान मछली मार्केट निवासी नंद लाल पासवान और ढंडारी खुर्द निवासी जीत लाल उर्फ मास्टर शामिल है। पुलिस को उनके कब्जे से दुकान से चोरी की गई 4 एलईडी टीवी स्क्रीन, एक कपड़े प्रेस करने वाली मशीन, एक होम थियेटर और 35 मोबाइल बरामद किए हैं। उनके अलावा नौ अन्य आरोपितों को नामजद किया है।
उनकी पहचान रोशन मोटा, मिथलेश कुमार दोनों निवासी जगदीश कालोनी, सूरज कुमार निवासी ढंडारी खुर्द, सोनू, सतिंदर उर्फ निरहुआ, सुनील निवासी ईश्वर कालोनी, राजा कुमार निवासी ढंडारी खुर्द, राधेश्याम यादव निवासी ईश्वर कालोनी और राजा राम के रूप में हुई है। उनकी तलाश में टीमें बिहार और यूपी में रेड कर रही हैं। रामधनी तिवारी मूलरूप से बिहार के सीवान जिला के गांव काशीहारी के रहने वाले थे।
पकड़े गए आरोपित नंदलाल बिहार के सीतामढ़ी जिले के अमर एन्क्लेव का जबकि जीत लाल उत्तर प्रदेश के अमेठी के गांव महिमापुर का रहने वाला है। फरार आरोपित रोशन बिहार के नालंदा जिले के गांव विष्णुपुर, सोनू बिहार के छपरा के गांव जाफरपुर, सतिंदर बिहार के आरा जिले के गांव गरहनी, सुनील बिहार के दरभंगा के गांव दराहर बिवोटोल, सूरज बिहार के भोजपुर के गांव नरही, मिथलेश समस्तीपुर के गांव दादनपुर, राधे श्याम उत्तर प्रदेश के गांव मेहमूदपुर का रहने वाला है।
पकड़े गए आरोपित नंदलाल बिहार के सीतामढ़ी जिले के अमर एन्क्लेव का जबकि जीत लाल उत्तर प्रदेश के अमेठी के गांव महिमापुर का रहने वाला है। फरार आरोपित रोशन बिहार के नालंदा जिले के गांव विष्णुपुर, सोनू बिहार के छपरा के गांव जाफरपुर, सतिंदर बिहार के आरा जिले के गांव गरहनी, सुनील बिहार के दरभंगा के गांव दराहर बिवोटोल, सूरज बिहार के भोजपुर के गांव नरही, मिथलेश समस्तीपुर के गांव दादनपुर, राधे श्याम उत्तर प्रदेश के गांव मेहमूदपुर का रहने वाला है।
एडीसीपी मंदीप सिंह, एसीपी जसबिंदर सिंह और एसएचओ फोकल प्वाइंट अमनदीप बराड़ ने बताया कि आरोपित नंद लाल ने इस मामले में रेकी करने का काम किया था। इसके अलावा वारदात को कैसे अंजाम देना है, उसकी प्लानिंग भी उसके घर पर बैठकर की गई थी।
आरोपितों के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी कि वो इलाके में ही हैं। सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तारी बिहार से की गई है।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्हें पता नहीं था कि दुकान का मालिक दुकान के अंदर सोता है। जब वो छत के रास्ते होते हुए दुकान के अंदर घुसे और चोरी करने लगे तो रामधनी उठ गया और शोर मचाने लगा। आरोपितों ने उसका मुंह और पांव बांध दिए, लेकिन वो फिर भी विरोध कर रहा था। इसलिए आरोपितों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और सामान लेकर फरार हो गए।
एसीपी जसबिंदर सिंह ने बताया इस मामले में शामिल सभी आरोपित बिहार के रहने वाले हैं। हालांकि, वो पिछले कुछ सालों से शहर में रह रहे थे। सुनील गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफ पहले से ही दिसंबर 2024 में फतेहगढ़ साहिब जिले में चोरी का मामला दर्ज है। वह उस मामले में जमानत पर बाहर था। गिरोह चोरी में शामिल था। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए और प्रयास किए जा रहे हैं।
25 मार्च को रामधनी का शव उसके घर से चंद मीटर दूर स्थित उसकी दुकान में मिला था। रामधनी के पैर कपड़े से बंधे थे और मुंह बंद था। उसके शरीर पर धारदार और कुछ चोटों के निशान थे। इलाके में लगे सीसीटीवी में आठ संदिग्ध कैद हुए थे।
एसीपी जसबिंदर सिंह ने बताया इस मामले में शामिल सभी आरोपित बिहार के रहने वाले हैं। हालांकि, वो पिछले कुछ सालों से शहर में रह रहे थे। सुनील गिरोह का सरगना है। उसके खिलाफ पहले से ही दिसंबर 2024 में फतेहगढ़ साहिब जिले में चोरी का मामला दर्ज है। वह उस मामले में जमानत पर बाहर था। गिरोह चोरी में शामिल था। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए और प्रयास किए जा रहे हैं।
25 मार्च को रामधनी का शव उसके घर से चंद मीटर दूर स्थित उसकी दुकान में मिला था। रामधनी के पैर कपड़े से बंधे थे और मुंह बंद था। उसके शरीर पर धारदार और कुछ चोटों के निशान थे। इलाके में लगे सीसीटीवी में आठ संदिग्ध कैद हुए थे।
हत्या के एक दिन बाद दुर्गा कॉलोनी का बाजार बंद कर दिया गया और इलाके में न्याय और सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर इलाके के निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस मामले में कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने भी घटनास्थल का दौरा किया और परिवार से मुलाकात की थी।
RAGA NEWS ZONE
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