हिमाचल में बर्फबारी से वाहनों की आवाजाही ठप, कई सड़कों से कटा संपर्क; घंटों जाम में फंसे लोग

0
चांशल घाटी पर एक फीट से अधिक बर्फबारी होने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इसके कारण उपमंडल डोडरा क्वार की पांच पंचायतें शेष दुनिया से कट गई हैं। 

लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी मशीनें व डोजर लगाकर कड़ी मशक्कत के बाद पंद्रह दिन पहले चांशल घाटी पर जमी हुई बर्फ हटाकर सड़क मार्ग को यातायात के लिए खोला था लेकिन ताजा हिमपात से चांशल घाटी वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद हो गई है। 

चांशल घाटी के बंद होते ही डोडरा क्वार उपमंडल की पांच पंचायतों के सैंकड़ों लोगों को डोडरा क्वार मुख्यालय से गोसांगू व हारली खड्ड होकर वाया उत्तराखंड राज्य के दोगरी से दांताधार होकर धौला में गंतव्य स्थान तक पहुंचना पड़ता है। यह पैदल ट्रैक डोडरा क्वार से लेकर धौला तक करीब 20 से 22 किलोमीटर लंबा है जिसमें पैदल चलकर लोगों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचना पड़ता है।

सर्दियों के मौसम में भारी हिमपात से सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण पांच पंचायतों के लोगों को राशन सामग्री व अन्य वस्तुएं खच्चरों पर लादकर धौला से डोडरा क्वार पहुंचानी पड़ती है। 

फरवरी माह में स्कूल खुलते ही वहां पर पहुंचने के लिए शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। डोडरा क्वार के चैधार में उपमंडलाधिकारी कार्यालय में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें भी धौला से डोडरा क्वार पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

डोडरा क्वार उपमंडल लोनिवि अधिशासी अभियंता नरेंद्र नायक ने बताया किन चांशल घाटी पर एक फीट से अधिक हिमपात होने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। पंद्रह दिन पहले ही लोक निर्माण विभाग ने घाटी को वाहनों की आवाजाही के लिए खोला था। 

अब मौसम साफ होने पर बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया जाएगा। खराब मौसम की स्थिति में रोहडू व डोडरा क्वार के लोगों से आग्रह है कि वे जान जोखिम में डालकर घाटी को पार करने की कोशिश न करें।

जनजातीय जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वीरवार सुबह से हल्का हिमपात जारी है। हालांकि जिला के निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है। जिला के रोपा वेली, हंगरंग वेली सहित पर्यटनस्थल छितकुल, सांगला व कल्पा में दो इंच तहिमपात हुआ है। 

 

जिला प्रशासन ने 19 से 22 फरवरी तक जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात की संभावना को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। इस दौरान प्रशासन ने स्थानीय एवं पर्यटकों को अनावश्यक यात्रा न करने व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाने की भी हिदायत दी है। 

हिमपात व वर्षा होने से तापमान में गिरावट दर्ज हुई है जबकि बागबानों के चेहरे खिल उठे हैं। उन्हें आगामी सेब व अन्य फलों की अच्छी पैदावार की संभावना जगी है। बागबानों का कहना है कि यदि थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद इसी तरह हिमपात व वर्षा होती रही तो कुछ हद तक फसल की उम्मीद की जा सकती है।

शिमला के उपमंडल ठियोग में वीरवार को हुए हल्के हिमपात से राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर फागू व गलू के बीच वाहनों के आवागमन पर असर दिखा व जाम की स्थिति बनी रही। सड़क पर फिसलन की वजह से कई बड़े और छोटे वाहन स्किड होने से यातायात बाधित रहा। 

लगभग दो घंटे तक लगे जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे। सबसे अधिक समस्या सरकारी व निजी दफ्तरों के कर्मचारियों को हुई। जाम की स्थिति को देखते हुए कई लोग पैदल ही अपने गंतव्य की ओर निकल गए। हालांकि जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाया। 

इस दौरान सड़क पर रेत बिछाने से वाहनों के पहियों ने रफ्तार पकड़ी और दोपहर तक यातायात सामान्य स्थिति में पहुंच गया। वहीं किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है। इस साल सामान्य से कम हिमपात हुआ है जिसके कारण गुठलीदार फलों, सेब और सब्जियों की पैदावार पर बुरा प्रभाव पड़ा है।

RAGA NEWS ZONE Join Channel Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ताजा खबर