जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक: 10 जनवरी को पीएम का पुतला जलाएंगे किसान, 26 को निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च

हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन कर रहे हैं। आज उनके अनशन का 45वां दिन है। खबरों की मानें, तो उनकी देखरेख कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि डल्लेवाल की हालत खराब होती जा रही है। उनका बीपी बार-बार काफी कम हो जाता है। जिसके चलते उनके पैरों को ऊंचाई पर रखना पड़ रहा है। ताकि, बीपी स्थिर रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टरों का कहना है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल के पैरों को अगर शरीर के अन्य हिस्सों के बराबर रखा जाता है तो उनका ब्लड प्रेशर (BP) कम हो जाता है। इसलिए किसान नेता के ब्लड प्रेशर को थोड़ा स्थिर करने के लिए उनके पैरों को ऊंचाई पर रखना पड़ रहा है। अभी उनकी हालत ऐसी हो गई है, कि उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। जिसके चलते बुधवार को वह पूरा दिन अपनी ट्रॉली में ही रहे और उन्होंने किसी से मुलाकात भी नहीं की।
खबरों की मानें, तो किसानों ने 10 जनवरी को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। इस दौरान किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाएंगे। वहीं 13 जनवरी को लोहड़ी वाले दिन केंद्र की बीजेपी सरकार की एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाकर विरोध जताया जाएगा। इसके अलावा 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। जिसकी तैयारी अभी से किसानों की ओर से शुरू कर दी गई है और इस आंदोलन में ज्यादा से ज्यादा किसानों को शामिल होने के लिए कहा गया है।
बता दें कि इससे पहले डॉक्टरों ने डल्लेवाल को लेकर कहा था कि उनके शरीर में केवल हड्डियां ही बची हुई है और वह तबीयत खराब होने की वजह से बेहोश भी हो सके हैं। हालांकि, डल्लेवाल अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहते हैं, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की हाईपावर कमेटी के निवेदन को भी ठुकरा दिया है। जिसमें कमेटी ने उनसे कहा था कि भले ही वो अनशन न तोड़े, लेकिन अस्पताल में भर्ती हो जाएं और अपना ट्रीटमेंट कराएं।