गाड़ी का मॉडिफिकेशन करवाना पड़ा महंगा, पुलिस ने काटा एक लाख का चालान; जानिए क्या कहता है नियम
गाड़ियों में मॉडिफिकेशन कराने का शौक आजकल युवाओं के बीच काफी बढ़ गया है। लेकिन यही शौक तब भारी पड़ सकता है, जब यह कानून के दायरे से बाहर हो। मंडी जिले में हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें एक वाहन मालिक का गैर-कानूनी मॉडिफिकेशन करने पर एक लाख रुपये का चालान किया गया है। यह चालान सुंदरनगर उपमंडल के भौर कीरतपुर नागचला फोरलेन पर पांच दिसंबर को किया गया है।
पुलिस ने वाहन को बिना पंजीकरण प्रमाण पत्र और वायु प्रदूषण मानकों के उल्लंघन के साथ पाया। लेकिन सबसे बड़ा आरोप वाहन में अवैध मॉडिफिकेशन का था, जिसके कारण वाहन मालिक को एक लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया गया है। वाहन पंजीकरण प्रमाण पत्र न होने पर 500 रुपये और वायु प्रदूषण के उल्लंघन पर 5000 रुपये जुर्माना लगाया है।
तीनों अपराध को मिला चालान की जुर्माना राशि 1,05,500 रुपये बनती है। जिले में पहली बार किसी वाहन का इतना बड़ा चालान किया गया है। चालान के दस्तावेजों में यह भी उल्लेख किया गया कि वाहन चालक ने मौके पर पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस ने गाड़ी के सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। वाहन मालिक को आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने और जुर्माना भरने का निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक मंडी साक्षी वर्मा ने इसकी पुष्टि की है।