पतंजलि, अमूल और…नामी कंपनियों के नाम से नकली घी हो रहा था तैयार, फैक्ट्री का भंडाफोड़

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उत्तर प्रदेश के आगरा में पतंजलि, अमूल और पारस के नाम पर नकली देसी घी बनाने वाली फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हुआ है. ब्रांड के नाम पर नकली घी को उत्तर भारत के सभी बड़े शहरों में सप्लाई किया जा रहा था. घी को यूरिया और अन्य खतरनाक केमिकलों को मिलाकर तैयार किया जा रहा था. आरोपी 18 बड़े ब्रांड के स्टिकर लगाकर ये धांधली कर रहे थे. इस नकली घी को उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड भेजा जा रहा था. नकली घी बनाने में एसेंस (खाद्य पदार्थ में इस्तेमाल होने वाली खुश्बू), पाम आयल और यूरिया जैसे हानिकारक पदार्थों को मिलाया जाता था. पुलिस ने छापा मारकर फैक्ट्री से लगभग 2500 किलो रॉ मेटेरियल और नकली घी बरामद किया है. पुलिस के साथ खाद्य विभाग की टीम भी मौके पर थी. फिलहाल टीम ने नकली घी के सैम्पलों को जांच के लिए भेज दिया है.

दरअसल, 2 जनवरी के दिन पुलिस को सुचना मिली कि थाना ताजगंज इलाके में नकली घी बनाने की तीन अवैध फैक्ट्री संचालित हैं. सुचना पर एसीपी सदर विनायक भोसले, एसीपी ताज सुरक्षा अरीब अहमद और सर्विलांस टीम ने संयुक्त छापेमारी की. कार्रवाई के दौरान जानकारी हुई कि तीनों फैक्ट्री ‘श्याम एग्रो’ के नाम से रजिस्टर्ड हैं. यह फैक्ट्री ग्वालियर के नीरज अग्रवाल की बताई गईं हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी पहली फैक्ट्री में नकली घी बनाने का काम करते थे जबकि दूसरी फैक्ट्री में नकली घी का रॉ मेटेरियल रखा जाता था. तीसरी फैक्ट्री में बने हुआ नकली घी का स्टॉक रखा जाता था. यहां से अलग-अलग राज्यों के शहरों में घी की सप्लाई की जाती थी.

पुलिस उपायुक्त नगर सूरज कुमार राय ने बताया कि सुचना मिली थी कि ताजगंज स्थित अवैध फैक्ट्री में भारी मात्रा में नकली घी रखा हुआ है, जिसमे फर्नीश मिली हुई है. फैक्ट्री से विभिन्न 18 ब्रांड के स्टिकर भी मिले हैं. साथ ही ब्रांड का पैकेजिंग मैटेरियल भी है. फैक्ट्री से पैकज किए हुए घी में अत्यधिक मात्रा में एसेंस, पाम आयल, यूरिया और विभिन्न प्रकार के रिफाइंड आयल, वनस्पति घी मिला है. पुलिस छापेमारी के समय वहां चार मजदूर और एक मैनेजर काम करते हुए दिखे. पूछताछ में मैनेजर ने बताया है कि ‘ग्वालियर के रहने वाले एक व्यक्ति इस यूनिट को चलाते हैं. उन्हीं के निर्देश में यहां नकली घी बनाया जा रहा था. यह घी उत्तर भारत के सभी बड़े शहरों में सप्लाई किया जाता है’.

डीसीपी ने कहा कि नकली घी को कहां- कहां सप्लाई किया जा रहा था, उसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है. इसमें शामिल सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाही होगी. दोषियों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 का परिसिलन किया जा रहा है. डीसीपी ने यह भी बताया कि गुरुवार को फैक्ट्री से एक बड़े ब्रांड के नाम पर तैयार 50 टिन नकली घी ट्रक से मेरठ भेजा गया है. यह जानकारी मिलते ही पुलिस की एक टीम ट्रक को ट्रैक करने में जुटी है. डीसीपी ने कहा कि पूछताछ में मैनेजर ने बताया कि तीनों फैक्ट्री के मालिक की तीन B फर्म हैं जो की मध्य प्रदेश में रजिस्टर्ड हैं. उन फर्म में भी एक्सपायर्ड सामान था जिन्हें इन फैक्ट्री के माध्यम से बना कर बाजारों में निकाला जाता था. फिलहाल, नकली घी के अनुमानित कीमत का आंकलन किया जा रहा है.

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