पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट और फिर लगी भीषण आग, दो मजदूर झुलसे और दो की हालत गंभीर
बुराड़ी थाना इलाके के प्रधान एनक्लेव में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ, जिससे चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे में घायलों को बुराड़ी अस्पताल से एलएनजेपी रेफर किया गया. हादसे में दो मजदूरों की हालत नाजुक बनी हुई है. बरारी थाना पुलिस जांच में जुटी है.
बुराड़ी इलाके के प्रधान एनक्लेव में 500 गज के मकान में अवैध रूप से गंधक और पटाखों बनाने का व्यापार होता था. यहां पर पटाखा फैक्ट्री के अंदर अचानक करीब 5 बजे आग लगी, जिसमें काम करने वाले चार मजदूर फैक्ट्री में फंस गए. गंधक में धमाके के बाद इस फैक्ट्री के मकान के दरवाजे और खिड़कियां दूर जाकर गिरे, जिसमें से कुछ मजदूर बाहर निकाल कर अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे. स्थानीय लोगों का कहना है कि घायल मजदूर जली हुई अवस्था में थे, जिनके कपड़े उन्होंने कैंची से कटकर उतारे और कुछ घायल इस बिल्डिंग के प्रांगण में ही पड़े हुए थे. घायलों को आनन-फानन में बुराड़ी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. सूचना मिलते ही बुराड़ी थाना पुलिस, फायर दमकलकर्मी और एंबुलेंस मौके पर पहुंची. वही फायर दमकल की करीब 5 गाड़ियों ने इस पटाखा फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाया.
बुराड़ी अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि चारों ही मरीज गंभीर हालत में अस्पताल में आए थे, जिनमें से 27 वर्षीय हिमांशु नाम का सख्स100% आग की चपेट में आने से झुलस चुका था. वहीं 24 वर्षीय आनंद 25%, 22 वर्षीय रवि राकेश भी 25% और 22 वर्षीय विजय पांडेय 70% झुलस गया था. जिनकी क्रिटिकल हालत देखते हुए बुराड़ी अस्पताल के डॉक्टरों ने औपचारिक इलाज कर रेफर करते उन्हें एलएनजेपी हॉस्पिटल रेफर कर दिया. जिनमें से हिमांशु और विजय पांडे की हालत नाजुक बताई जा रही है.
फायर अफसर के मुताबिक फैक्ट्री में एक्सप्लोजन हुआ, जिसके बाद फैक्ट्री में आग लग गई. दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है कि इनके पास पटाखें बनाने का लाइसेंस था भी या नहीं. फैक्ट्री में फायर सेफ्टी इक्विपमेंट थे या फिर वो भी नहीं थे. फायर से NOC प्राप्त थी या नहीं. इन सबको लेकर जांच की जा रही है.
फिलहाल इस हादसे के बाद पुलिस प्रशासन भी जागा और प्रशासनिक अधिकारी भी हरकत में आए हैं. इस हादसे को लेकर बड़ा सवाल खड़ा होता है कि रिहायशी इलाके में अवैध रूप से चलाई जाने वाली इस पटाखा फैक्ट्री के मालिक कौन है और किसकी शह पर यह अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री यहां चलाई जा रही थी. फिलहाल गनीमत रही कि हादसे के वक्त बिल्डिंग के पास बने स्कूलों में बच्चों की छुट्टी थी नहीं तो यह हादसा एक बड़ा रूप भी ले सकता था. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच बराड़ी थाना पुलिस गंभीरता से कर रही है.