Haryana Politics: भाजपा रफाल के लिए 24 घंटे सीएम हाउस के दरवाजे खोले मुख्यमंत्री नायब सैनी ने लोकप्रियता में मनोहरलाल खट्टर को पछाड़ा
चंडीगढ़ :- राजनीति के मैदान पर वही नेता कामयाब होता है जो अपनो और बेगानो को भी साथ जोड़ने में कामयाब हो और उनके साथ ही चलने की कला रखती हो।
कांग्रेस चुनाव में जिस तरह प्रदेश की जनता एक-एक मनोहरलाल खट्टर से नाराज दिखी और भाजपा को पांच मोर्चे से हाथ धोना पड़ा। उस निराशा को सीएम नायब सैनी काफी हद तक दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। सवाल यह है कि इसमें क्या कामयाब हो पाएगा। पुरानी कहावत है कि राजनीति और जंग में सब जायज है। इसलिए सैनी राजनीति में अपने वर्चस्व को बचाने और खुद को साबित करने के लिए हर दावा-पंच लगा रहे हैं। प्रदेश भाजपा की सियासत में कुछ ऐसे नेता भी हैं जो सैनी के जन्मदिन के मौके पर कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए ऐसे नेताओं से सावधान रहें।
सीएम सैनी इन दिनों फुल फॉर्म में हैं। गृहमंत्री अमित शाह से हरी झंडी मिलने के बाद उनके हौसले बुलंद हैं। सत्ता और विपक्ष को यह साफ संदेश मिल गया है कि अब सरकार की कमान सिर्फ नायब सैनी के हाथों में है। भाजपा को तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए इन दिनों वह सत्ता से मिलकर जमीनी जनाधार
बढ़ाने में लगे हुए हैं। सैनी की सबसे ज्यादा आलोचना कार्यकर्ताओं पर है, जो असंतोष और ढिलाई के कारण कांग्रेस चुनाव में पार्टी को भारी कीमत चुकानी पड़ी। आज की तारीख में सैनी लोकप्रियता में खट्टर से भी आगे निकल गए हैं। क्योंकि उन्होंने सभी छोटे बड़े रहस्यों के लिए सीएम हाउस (कबीर खण्ड) के दरवाजे खोल दिए हैं। जो पिछले कुछ सालों में मुख्यमंत्री और आम राहों के बीच एक खाई बन गई थी, उसने काफी हद तक पटने की कोशिश की है।
अमित शाह के बहुमत आने पर नायब सैनी को अगला मुख्यमंत्री घोषित करने के बाद प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेताओं को उनके साथ चलना मजबूर किया गया है।