चौंकाने वाली खबर: संगरूर में आंगनवाड़ी विभाग की बड़ी लापरवाही, बच्चों को दे दी एक्सपायरी दवा, ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग

संगरूर के गांव गोविंदपुरा जवाहरवाला में स्वास्थ्य विभाग और आंगनवाड़ी विभाग की लापरवाही सामने आई है, जब आंगनवाड़ी केंद्र के छोटे बच्चों को 6 महीने से खत्म हो चुकी आयरन और फोलिक एसिड सिरप की खुराक दी गई. जिसके बाद बच्चों के परिजनों और ग्रामीणों ने आंगनवाड़ी विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं.
जानकारी के मुताबिक, घर में छोटे बच्चों के परिजनों को इस सिरप की दो छोटी शीशी दी गई, जहां मामला तब और गरमा गया, जब आंगनबाडी केंद्र में बचे दवा के स्टॉक को आग लगाकर नष्ट करने की कोशिश की गई. जिससे बाद में ग्रामीणों का संदेह और भी पुख्ता हो गया। अब गांव के लोग इस पूरे मामले पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
हमें जो दवा मिलती है, हम उसकी आपूर्ति करते हैं-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
स्थानीय आंगनवाड़ी केंद्र पर काम करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पर्यवेक्षक को स्वास्थ्य विभाग से दवाओं की आपूर्ति मिलती है और उसके बाद दवा उन तक पहुंचती है जिसे उनके द्वारा आगे लाभार्थियों तक पहुंचाया जाता है।
हमें कोई जानकारी नहीं-सीडीपीओ
इस पूरे मामले पर लहरागागा आंगनवाड़ी विभाग के सीडीपीओ ने कहा कि उन्हें इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं है लेकिन यह दवा आंगनवाड़ी केंद्र में आती है और छोटे बच्चों को दी जाती है लेकिन यह एक्सपायरी डेट पर होती है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है यह नहीं, मीडिया को इसकी जानकारी मिलने के बाद हम इसकी जांच करेंगे।’
दवा का नाम क्या है?
आंगनवाड़ी केंद्र से परिवार के सदस्यों और बच्चों को दी जाने वाली दवा की बोतल का नाम आयरन और फोलिक एसिड सिरप है, अगर हम इसकी समाप्ति तिथि के बारे में बात करते हैं तो इसका स्तर 6-2022 लिखा हुआ है जबकि समाप्ति तिथि 11-2023 दिनांकित है और यह 2024 में गांव के बच्चों के परिजनों को वितरित किया जा रहा है।