ड्रग्स मामले में एसआईटी के सामने पेश हुए मजीठिया, पंजाब सरकार पर तीखे हमले

ड्रग्स मामले में फंसे शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया आज पेशी के लिए पटियाला पहुंचे. पेशी से पहले उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच टीम पूरी तरह से विफल रही है. वह अब तक 7 बार परीक्षा दे चुके हैं, लेकिन एक बार भी उनसे विधि संबंधी कोई सवाल नहीं पूछा गया।
बिक्रम मजीठिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा है. उन्होंने कहा कि यह मामला 11 साल पुराना हो गया है और कई बार अदालत इस मामले में फैसला भी सुना चुकी है, लेकिन पंजाब सरकार अभी भी इस बात को नहीं मान रही है. उन्होंने पंजाब सरकार को भी घेरा, उन्होंने कहा कि वे सरकार के खिलाफ खुलकर बोलते हैं, इसी वजह से सरकार उन्हें निशाना बनाती है.
इसके साथ ही मजीठिया ने पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच हुई बहस को लेकर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जिस तरह से प्रताप सिंह बाजवा से बात की वह बिल्कुल भी सही नहीं है।
क्या है मजीठिया से जुड़ा ड्रग्स मामला?
पंजाब में 6 हजार करोड़ रुपये की ड्रग तस्करी के मामले में एक के बाद एक कई आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम इस केस से जुड़ा. 2013 में, कनाडाई एनआरआई अनूप सिंह काहलो को फतेहगढ़ साहिब से गिरफ्तार किया गया था और पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भोला को भी पूर्व एसएसपी हरदयाल मान के कार्यकाल के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
जांच के दौरान अमृतसर के बिट्टू औलख और जगदीश चहल को भी गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जांच के दौरान बिक्रम सिंह मजीठिया को भी आरोपी बनाया गया. कांग्रेस के कार्यकाल में उनके खिलाफ मोहाली में एफआईआर दर्ज की गई थी।