दुनिया में तबाही का अलर्ट, सबसे बड़ा हिमखंड लाने वाला है आफतों का सैलाब!
दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड 37 बाद टूट चुका है. हिमखंड A23a अपनी जगह से खिसक गया है. वो अंटार्कटिक प्रायद्वीप के उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है. हिमखंड धीरे-धीरे पिघल रहा है. हिमखंड के पिघलने से खतरा बढ़ गया है.
इसका सबसे ज्यादा असर दक्षिण जॉर्जिया पर पड़ेगा. हिमखंड का क्षेत्रफल 4,000 वर्ग किलोमीटर है. ये अमेरिका के न्यूयॉर्क से 3 गुना ज्यादा है, जबकि ग्रेटर लंदन से दोगुना. इससे पहले 1986 में फिल्चनर हिमखंड से अलग हुआ था.
हाल की उपग्रह छवियों से पता चला है कि लगभग एक ट्रिलियन मीट्रिक टन वजनी यह चट्टान अब तेज हवाओं की मदद से अंटार्कटिक प्रायद्वीप के उत्तरी सिरे की ओर तेजी से बढ़ रही है. ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे के ग्लेशियोलॉजिस्ट ओलिवर मार्श ने कहा, इस आकार के हिमखंड को चलते हुए देखना दुर्लभ है, इसलिए वैज्ञानिक इसपर करीब से नजर रखेंगे.
सबसे पुराने हिमखंडों में से एक
ओलिवर मार्श ने आगे कहा, समय के साथ यह शायद थोड़ा पतला हो गया है और इसमें थोड़ी सी अतिरिक्त उछाल आ गई है, जिसने इसे समुद्र तल से ऊपर उठने और समुद्र की धाराओं से धकेलने की अनुमति दी है. A23a दुनिया के सबसे पुराने हिमखंडों में से एक है. यह संभव है कि A23a फिर से दक्षिण जॉर्जिया द्वीप पर जमींदोज हो जाए. यह अंटार्कटिका के वन्य जीवन के लिए एक समस्या पैदा करेगा.
लाखों सील, पेंगुइन और समुद्री पक्षी द्वीप पर प्रजनन करते हैं और आसपास के पानी में भोजन करते हैं और विशालकाय A23a ऐसी पहुंच को बंद कर सकता है. 2020 में एक और विशाल हिमखंड A68 ने आशंका पैदा कर दी कि यह दक्षिण जॉर्जिया से टकराएगा, जिससे समुद्र तल पर समुद्री जीवन नष्ट हो जाएगा और भोजन की पहुंच बंद हो जाएगी.
डॉ. मार्श ने कहा, इस पैमाने का एक हिमखंड दक्षिणी महासागर में काफी लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता रखता है, भले ही यह बहुत गर्म हो और यह दक्षिण अफ्रीका की ओर बढ़ सकता है, जहां यह शिपिंग को बाधित कर सकता है.