अग्निवीर अमृतपाल सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर न देने पर सेना की सफाई

चंडीगढ़, 16 अक्टूबर,
भारतीय सेना ने रविवार 15 अक्टूबर की देर रात एक बयान जारी किया, जिसमें लिखा था कि अग्निवीर अमृतपाल ने आत्महत्या कर ली है । इस संबंध में सेना के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट किया गया। इसमें लिखा है कि अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अमृतपाल के अंतिम संस्कार में गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया गया। चले गए क्योंकि यह सम्मान नहीं है आत्महत्या के कारण मृत्यु के मामले में दिया गया।
सेना ने कहा कि अमृतपाल सिंह की मौत से जुड़े तथ्यों को लेकर गलतफहमियां और गलतबयानी हुई है. सेना अपने सैनिकों के साथ इस आधार पर भेदभाव नहीं करती है कि वे अग्निपथ योजना से पहले या बाद में सेना में शामिल हुए थे। यह परिवार और भारतीय सेना के लिए एक बड़ी क्षति है कि एक अग्निवीर ने कर्तव्य के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गौरतलब है कि अमृतपाल की मौत के बाद उनके शव को सेना की गाड़ी की बजाय प्राइवेट एंबुलेंस में लाया गया था. यहां सेना के दो जवान शव छोड़ने आए और अमृतपाल का शव छोड़कर चले गए। परिजनों ने उनसे पूछा कि अमृतपाल को कोई सैन्य सम्मान नहीं मिलेगा. इस पर उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना के तहत भर्ती होने वाले जवानों को शहीद का दर्जा नहीं मिलता, इसलिए उन्हें सैन्य सम्मान नहीं मिलेगा.