Himachal में सक्रिय होगा एक और पश्चिमी विक्षोभ, 21 अगस्त से हालात और खराब होने का अलर्ट

शिमला. हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश ने कहर बरपाया है. मूसलाधार बारिश ने हर तरफ तबाही मचाई है. स्थानीय लोगों का जीना मुहाल हो गया है. प्राकृतिक आपदा के निशान हर तरफ देख जा सकते हैं. शिमला से लेकर धर्मशाला, सोलन, कुल्लू, बिलासपुर तक में व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है. सड़कें, मकान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान आदि को भी नुकसान पहुंचा है. सुदूर पहाड़ी इलाकों में आवश्यक सामान की आपूर्ति पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है. इन सबके बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने प्रदेश में 3 से 4 दिनों तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अगले सप्ताह से मौसम के तेवर और तल्ख होने के आसार हैं. ऐसे में लोगों के साथ ही स्थानीय प्रशासन की परेशानियां बढ़ सकती हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अगले 3 से 4 दिनों के लिए येलो अलर्ट रहेगा. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और भूस्खलन को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है, ताकि प्रशासन के साथ ही आमलोग भी सावधानी बरत सकें और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टाला जा सके. मौसम विज्ञानियों ने शिमला से लेकर बिलासपुर तक में बारिश होने की संभावना जताई है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की भी हिदायत दी गई है. बता दें कि इस बार के मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है. लगातार मूसलाधार बारिश होने से अनेकों जगहों पर पहाड़ दरक गए. वहीं, नदियों के उफनाने से हालात और भी खराब हो गए. कई जगहों पर सड़कें नदी-नालों में समा गईं, जिससे आवागमन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होने की आशंका बढ़ गई है. मौसम विज्ञानियों का मानना है कि बदलते मौसमी परिस्थितियों के चलते इस बार प्रदेश में मानसून का दौर ज्यादा लंबा चल सकता है. वहीं, शिमला, सोलन, कुल्लू, बिलासपुर समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने के आसार जताए गए हैं. मौसम विभाग ने इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.