बैंक के साथ 60.29 करोड़ की धोखाधड़ी चंडीगढ़ के पंजाब नेशनल बैंक से 60.29 करोड़ की धोखाधड़ी की सीबीआई जांच शुरू
चंडीगढ़, 3 अगस्त
मुंबई स्थित फार्मा कंपनी अंकुर ड्रग्स एंड फार्मा लिमिटेड के खिलाफ सीबीआई ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। कंपनी पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप है। गौरतलब है कि इस संबंध में नवंबर 2022 को सेक्टर-17 स्थित पंजाब नेशनल बैंक के चीफ मैनेजर… एक शिकायत सीबीआई को भेजी गई थी। शिकायत में कहा गया है कि 27 फरवरी, 2009 को अंकुर ड्रग्स एंड फार्मा लिमिटेड के एमडी और निदेशकों ने अपनी इकाई को 50 करोड़ रुपये के अल्पकालिक ऋण और 30 करोड़ रुपये के नए ऋण के लिए आगे बढ़ाया। बैंक के लिए आवेदन किया गया था। कुल 80 करोड़ रुपये के ऋण आवेदन पर, बैंक ने कंपनी की प्रोफ़ाइल को देखते हुए 61.90 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया।
जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने बाद में लोन की कुछ रकम चुका दी लेकिन करीब 60.29 करोड़ रुपये बैंक में जमा नहीं किए. बैंक का कहना है कि जब कंपनी ने पैसे जमा नहीं किए तो दस्तावेजों की जांच की गई. पता चला कि लोन आवेदन के लिए जमा किये गये दस्तावेज फर्जी थे. बैंक का आरोप है कि कंपनी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनसे करोड़ों रुपये का लोन लिया, जिसे बाद में वापस कर दिया गया.
नहीं किया आरोपों के मुताबिक, कंपनी ने बैंक से लोन के लिए फर्जी बैलेंस शीट जमा की थी. बैंक के मुताबिक, कंपनी के प्रबंध निदेशक पी जैन, निदेशक गिरिराज विजयवर्गीय, दिलीप शिंदे, रमेश बलराम बाथम और अज्ञात ने रुपये की धोखाधड़ी की.
सरकारी कर्मचारियों को आरोपी बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.सीबीआई इस फर्जीवाड़े में सरकारी कर्मचारियों की भूमिका का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है.