राष्ट्र निर्माण में पुस्तकें थीम के साथ प्रगति मैदान में पुस्तक मेले की शुरुआत हुई

राष्ट्र निर्माण में पुस्तकें विषय पर प्रगति मैदान में पुस्तक मेले की शुरुआत, केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन दिल्ली पुस्तक मेला 29 जुलाई को प्रगति मैदान में शुरू हो रहा है। इसमें बच्चों के साहित्य, बच्चों की प्रेरणादायक कहानियां और कौशल विकास से संबंधित पुस्तकों के स्टॉल लगे हैं। और अधिक संख्या में बच्चे पहुंच रहे हैं। देखा गया। कई जगहों पर पंचतंत्र तो कई जगहों पर दादी-नानी की कहानियां बच्चों के दिल को छू रही हैं।
मेले में बच्चों के लिए पेंटिंग, शिल्प, नाटक, कहानी कहने की कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही हैं। मेले का आयोजन भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) और फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स (एफआईपी) द्वारा किया जा रहा है। इस वर्ष की थीम राष्ट्र निर्माण में पुस्तकें है। मेले का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि किताबें आने वाली पीढ़ी की हैं
सशक्तिकरण के लिए सदैव प्रासंगिक रहेगा। यहां एफआईपी अध्यक्ष रमेश के मित्तल, केंद्रीय सूचना मंत्रालय के प्रकाशन विभाग के महानिदेशक डाॅ. अनुपमा भटनागर, आईटीपीओ महाप्रबंधक हेमा मेतई आदि मौजूद रहे। मेला 2 अगस्त तक चलेगा. यहां कोई भी व्यक्ति निःशुल्क प्रवेश कर सकता है।
राजनेताओं की किताबें रहीं आकर्षण मेले में इंदिरा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी हजारों किताबें खूब पसंद की जा रही हैं। वीकेंड होने के कारण कोई दोस्तों के साथ तो कोई परिवार के साथ यहां पहुंच रहा है। एनबीटी, साहित्य अकादमी, उर्दू अकादमी समेत 70 से ज्यादा प्रकाशक और पुस्तक विक्रेता यहां आए हैं।
मेले में करियर संबंधी जानकारी के लिए एजुकेशन स्टॉल पर नए कोर्स की जानकारी दी जा रही है। विद्यार्थियों को 12वीं के बाद इंजीनियरिंग, मार्केटिंग, मीडिया आदि करियर के बारे में बताया जा रहा है। अशोक विहार के 12वीं कक्षा के छात्र रोहित ने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से दिल्ली पुस्तक मेले में आ रहे हैं। उन्होंने अपने सिलेबस के मुताबिक किताबें खरीदी हैं।
यहां किताबों, बाल साहित्य, राजनीति पर किताबों पर छूट दी जा रही है। ऐसे में इन स्टॉलों पर पाठकों की भारी भीड़ उमड़ रही है. बाल साहित्य पर 10 से 20 प्रतिशत, राजनीति पर 25 प्रतिशत और पांच से अधिक उपन्यासों की खरीद पर 30 प्रतिशत की छूट।