शिक्षा के प्रति आप सरकार का रवैया पूरी तरह निराशाजनक-जीटीयू

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, स्कूल ऑफ एमिनेंस और पीएम श्री स्कूल योजना को लेकर 16 जुलाई को लुधियाना में सेमिनार होगा
चंडीगढ़ 5 जुलाई 2023;
पंजाब के शिक्षकों के प्रमुख संगठन गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन ने पंजाब की आप सरकार की शिक्षा नीति को पूरी तरह से निराशाजनक बताया है। गौरतलब है कि जीटीयू वह संगठन है जो देश में आपातकाल के दौरान भी जनहित गतिविधियों में सक्रिय है पीछे नहीं हटे थे, संगठन के अंदर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल करने के लिए इस संगठन का हिस्सा बन गए हैं।’ राजकीय शिक्षक संघ का निर्णय अक्सर सरकारों के लिए एक संविधान की तरह बन जाता है और इससे भागने वाली सरकारों या नेताओं के लिए फिर से जनता की अदालत में खड़ा होना एक चुनौती बन जाता है। सरकारी अध्यापक संघ पंजाब ने मौजूदा आप सरकार के कार्यकाल को शुरू से ही परंपरागत बताया गया है इस संबंध में बोलते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह चहल और प्रदेश महासचिव गुरबिंदर सिंह सस्कौर ने संयुक्त रूप से कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव का दावा करने वाली आप सरकार ने अभी तक सुधार के लिए कुछ नहीं किया है. शिक्षा. टूटा नहीं स्कूल ऑफ एमिनेंस की घोषणा करके और पीएम श्री स्कूल योजना के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करना सार्वजनिक शिक्षा को नष्ट करने के कदम उठाये जा रहे हैं. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि सरकार सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का वादा करके राज्य के केवल सौ स्कूलों को उत्कृष्ट दर्जा देकर अपने संवैधानिक कर्तव्यों से भाग रही है। शिक्षक नेता इन सौ स्कूलों में सिर्फ एक लिखित परीक्षा लेकर छात्रों का मनोरंजन तो कर ही रहे हैं, सरकारी टीम लगातार परीक्षा दे रही है
दौरे के अलावा बजट/गुणवत्ता की दृष्टि से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बल्कि सरकार प्रतिष्ठित विद्यालयों में प्रवेश के लिए तबादलों का पोर्टल खुला छोड़कर थूकने की नीति अपना रही है। अंत में प्रांतीय शिक्षक नेताओं ने कहा कि 16 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर लुधियाना में होने वाले कार्यक्रम में संगठन की शिक्षा के प्रति सरकार की घातक नीति पर पूरी नजर है.
संगठन के पूर्व प्रदेश महासचिव एवं बुद्धिजीवी लेखक सुच्चा सिंह खटरा को मुख्य वक्ता के रूप में पेश करने के बाद पंजाब के शिक्षक शिक्षा के प्रति आप सरकार के दृष्टिकोण की पोल खोल देंगे।
फोटो कैप्शन: सुखविंदर सिंह चहल और गुरबिंदर सिंह सस्कौर