शहीद-ए-आजम भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए ईमानदार एवं अथक प्रयास किये जायेंगे: अनुराग वर्मा

मुख्य सचिव ने महान शहीद को उनके पैतृक गांव जाकर श्रद्धा के फूल भेंट किये
पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई
खटकड़ कलां (शहीद भगत सिंह नगर)/चंडीगढ़, 2 जुलाई:
पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दूरदर्शी नेतृत्व में शहीद-ए-आजम भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
महान शहीद को श्रद्धांजलि देने उनके पैतृक गांव खटकड़ कल्हान आये मुख्य सचिव ने कहा कि उनका हर काम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के आदर्शों से मार्गदर्शन लेकर शुरू होगा. उन्होंने कहा कि धन्य है यह धरती जिसने शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह जैसे महान योद्धा को जन्म दिया। श्री वर्मा ने कहा कि वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें इस पवित्र भूमि पर आकर उन्हें श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला है, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महान गाथा लिखी।
श्री वर्मा ने कहा कि वह राज्य सरकार की जनहितैषी और विकास-समर्थक नीतियों को सही ढंग से लागू करके शहीद-ए-आजम भगत सिंह के सपनों को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि महान शहीद के अधिकांश सपने पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कई सपने बाकी हैं, जो जल्द ही पूरे होंगे. उन्होंने कहा कि पूरा देश इस लासानी शहीद का सदैव ऋणी रहेगा, जिन्होंने देश को ब्रिटिश साम्राज्य के चंगुल से मुक्त कराने के लिए 23 वर्ष की आयु में अपने प्राणों की आहुति दे दी।
मुख्य सचिव ने कहा कि कम उम्र में शहीद भगत सिंह की शहादत ने युवाओं को राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जिससे देश ने राहत की सांस ली। उन्होंने कहा कि शहीद-ए-आजम लाखों युवाओं के लिए निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने के प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। श्री वर्मा ने यह भी कहा कि विकसित एवं समृद्ध भारत के निर्माण के लिए राज्य के युवाओं को शहीद के पदचिन्हों पर चलने की जरूरत है.
मुख्य सचिव ने स्पष्ट रूप से कहा कि हालांकि राज्य के सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए इन सभी चुनौतियों से निपटने के लिए ईमानदारी और दृढ़ संकल्प के साथ काम करना जारी रखेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजाब में लोगों के अनुकूल प्रणाली है जो लोगों को स्वच्छ, पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन प्रदान कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस स्मारक को नया रूप देने के लिए एक विस्तृत योजना भी बनाई जाएगी.
इससे पहले मुख्य सचिव ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह और उनके पिता स्वर्गीय किशन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की.