मुख्यमंत्री ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर अतिरिक्त बिजली की मांग की है

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चंडीगढ़, 6 जून 2023:

धान के आगामी सीजन के दौरान बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने भारी मांग को पूरा करने के लिए राज्य से केंद्रीय पूल से अतिरिक्त बिजली उपलब्ध कराने की अपील की।

 

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री को लिखे पत्र में भगवंत मान ने आगामी धान के सीजन को देखते हुए बिजली की भारी जरूरत का मुद्दा उठाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) पंजाब के किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ‘पुष्प पोर्टल’ पर बिजली की उपलब्धता की लगातार निगरानी कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह पाया गया है कि हाल ही में इस पोर्टल पर बिजली की उपलब्धता अनिश्चित है और यहां बिजली केवल अल्पकालिक या दैनिक आधार पर उपलब्ध है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पावर एक्सचेंज के कॉमन ट्रांसफर श्रेणी के माध्यम से बिजली आपूर्ति की अविश्वसनीयता के कारण राज्य को 15 जून से 15 अक्टूबर की अवधि के लिए एक हजार मेगावाट की 24 घंटे बिजली आपूर्ति की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा हाल ही में पंजाब सहित पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में कम वर्षा की भविष्यवाणी के मद्देनजर अतिरिक्त बिजली की आवश्यकता बढ़ जाती है। भगवंत मान ने कहा कि खाद्य सुरक्षा के राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए सुचारू और निर्बाध धान की फसल की कटाई।

 

मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री आर.के. मध्य क्षेत्र में बिजली उत्पादन स्टेशनों से अधिशेष बिजली का निर्धारण करने के लिए सिंह को राज्य के ध्यान में लाया गया था। उन्होंने कहा कि पंजाब को अपने थर्मल पावर प्लांटों के लिए पचवारा (केंद्रीय) कोयला खदानों से कोयले की नियमित आपूर्ति हो रही है। भगवंत मान ने कहा कि इसके बावजूद राज्य की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 6500 मेगावाट है, जबकि धान के सीजन में मांग 15500 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है.

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए पंजाब को आगामी धान/गर्मी के मौसम में बिजली की भारी मांग को पूरा करने के लिए केंद्रीय सहायता की आवश्यकता है। एक अन्य मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि विद्युत मंत्रालय ने आयातित कोयला आधारित संयंत्रों के लिए विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 1 के कार्यान्वयन के लिए 20 फरवरी, 2023 को निर्देश जारी किए थे और यह 15 जून, 2023 तक लागू रहना चाहिए। . भगवंत मान ने कहा कि आने वाले गर्मी के मौसम के कारण सीजीपीएल मुंद्रा में 475 मेगावाट की हमारी हिस्सेदारी के कारण पंजाब के मामले में ये निर्देश काफी महत्वपूर्ण हैं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में भारी मांग है और 10 जून से धान का सीजन शुरू हो रहा है, जिससे राज्य को इस दौरान 24 घंटे बिजली की सख्त जरूरत है. इसलिए उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से इन निर्देशों को 15 अक्टूबर तक बढ़ाने की मांग की, ताकि समाज के हर वर्ग की बिजली की जरूरत को पूरा किया जा सके. भगवंत मान ने कहा कि राज्य के किसान देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे केंद्र सरकार को पंजाब को निरंतर अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि किसानों को लाभ मिल सके.

 

 

 

 

 

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