आयुर्वेदिक दवाइयां खाने वाले हो जाएं सावधान! दिल्ली पुलिस ने गिरोह का किया भंडाफोड़, 10 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. दरअसल, पुलिस के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) के विशेष प्रकोष्ठ ने प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा नकली आयुर्वेदिक दवाओं की बिक्री में शामिल जालसाजों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक निजी मार्केटिंग फर्म के मैनेजर एडमिन ने IFSO में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करते हुए दस लोगों को गिरफ्तार किया.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि ये लोग नकली, नकली, गलत ब्रांड वाली और मिलावटी दवाएं उनके ग्राहकों को बेच रहे थे. पुलिस ने कहा, “इन अज्ञात व्यक्तियों ने खुद को यूएमपीएल के कर्मचारियों के रूप में पेश किया और अलग-अलग मोबाइल नंबरों से ग्राहकों या रोगियों को फोन कर और उन्हें रियायती दरों पर दवाइयां बेचने का लालच दिया.’ पुलिस के अनुसार इस मामले का मुख्य आरोपी जिसकी पहचान राहुल सिंह के रूप में हुई है, वह नेटवर्क का मास्टरमाइंड है. वह लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में उग्रसेन, समर सिंह और जितेंद्र सिंह के रूप में पहचाने जाने वाले अन्य सहयोगियों के साथ एक फर्जी कॉल सेंटर चलाता था.
राहुल ने शिकायतकर्ता कंपनी का डेटा एक टेलीकॉम कंपनी के एक कर्मचारी राजेश सिंह से व्यक्तियों की एक श्रृंखला के माध्यम से लिया था. उसने डेटा को दिल्ली के निवासी विकास पाल और अन्य को 60 प्रतिशत कमीशन पर बेच दिया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में 23 मार्च को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 419/420/120B और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम की धारा 66C/66D के तहत एक एफआईआर (FIR) दर्ज की गई थी. इसके बाद मामले में जांच शुरू की गई. इस दौरान, विभिन्न कूरियर कंपनियों से प्रासंगिक खाता विवरण और कथित नंबरों के कॉल विवरण रिकॉर्ड एकत्र किए गए और उनका विश्लेषण किया गया.
जांच में पता चला कि खाते दिल्ली और लखनऊ से खोले गए थे. यहां से पता चला कि आरोपी तीन फर्जी कॉल सेंटरों के माध्यम से ग्राहकों को कॉल करते थे और फिर शिकायतकर्ता कंपनी के ग्राहकों को रियायती दवाओं के बहाने पैसे फसुलते थे और उन्हें नकली मिलावटी आयुर्वेदिक दवाएं बेचते थे. पुलिस के अनुसार, टीम ने और अच्छे से जांच की और दिल्ली के स्वरूप नगर इंदिरा नगर और लखनऊ के जानकीपुरम स्थित तीन कॉल सेंटरों का पता लगाया.
स्पेशल टीम सेल ने तीनों स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली आयुर्वेदिक दवाओं के साथ आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. पुलिस उपायुक्त IFSO प्रशांत गौतम ने कहा, “आरोपियों के कब्जे से 42 मोबाइल फोन, 7 लैपटॉप, घटिया गुणवत्ता वाली आयुर्वेदिक दवाएं और उनयुर मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड (यूएमपीएल) और कुडोस आयुर्वेद का डेटा बरामद किया गया है. पुलिस ने मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया है