योगी राज में मिट्टी में मिल गया है बड़े से बड़े माफियाओं का वजूद
इन जिंदा व मुर्दा लोगों में से बहुत सारे ऐसे चहरे हैं जिनकी दहशत के मारे कभी आम आदमी पुलिस प्रशासन व न्यायालय के सामने भी कुछ बोल तक नहीं पाता था और यह लोग यूपी के पुलिस-प्रशासन को अपनी जेबों में रखकर बेखौफ होकर घूमते थे।
कभी उत्तर प्रदेश देश का एक ऐसा राज्य बन गया था, जहां पर राजनेताओं व सरकारी सिस्टम के बेहद ताकतवर गठबंधन के द्वारा खुल्लम खुल्ला गुंडे, मवालियों, अपराधियों, माफियाओं व बाहुबलियों को बेखौफ होकर संरक्षण प्रदान किया जाता था। जिसके चलते कभी उत्तर प्रदेश को अपराधियों, माफियाओं और बाहुबलियों की देश में सबसे सुरक्षित पनाहगाह के रूप में पहचाना जाता था। लेकिन अब योगी राज में विचारणीय यह है कि उसी उत्तर प्रदेश में आखिरकार ऐसा क्या जादू हो गया कि उसी सरकारी सिस्टम के भय के मारे देश के बड़े से बड़े अपराधियों, माफियाओं और बाहुबलियों की सिट्टी-पिट्टी गुम होकर हवा खराब है। कभी बेखौफ होकर दूसरों की जान लेने वाले हत्यारों को आज यूपी में योगी सरकार आने के बाद से अपनी जान बचाने के लाले पड़ रहे हैं, अब यह गुंडे मवाली माफिया व बाहुबली भय के मारे देश के सर्वोच्च न्यायालय तक से अपनी जान बचाने की भीख मांगते फिर रहे हैं, जोकि नियम कायदे व कानून पसंद लोगों के लिए एक बहुत ही अच्छा संकेत है।
वैसे तो उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में योगीराज की शुरुआत से ही यह स्पष्ट संकेत मिलने लगे थे कि अब यूपी में गुंडे, माफियाओं व बाहुबलियों की दाल आसानी से नहीं गलने वाली है, जिसके चलते ही उत्तर प्रदेश में अपराधियों को जेल पहुंचाने का अभियान बड़े पैमाने पर निरंतर चलाया जा रहा है। लेकिन अभी कुछ माह पहले फरवरी 2023 में जब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल व उसके दो सरकारी गनरों की हत्या सरेआम गोलियों से छलनी करके कर दी गयी थी, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में अपराधियों व बाहुबलियों के खिलाफ अपने सार्वजनिक रूप से बेहद तीखे तेवर दिखाते हुए इन सभी को मिट्टी में मिलाने का उद्घोष किया, जो इन कुख्यात माफियाओं से त्रस्त रहने वाले आम जनमानस को बेहद ही अच्छा लगा था, हालांकि इस उद्घोष के बाद ही जिस तरह से देश व दुनिया ने बाहुबलियों को न्यायालय में जान की भीख मांगते देखा था, लेकिन योगीराज में हरकत करने वाले दुर्दांत अपराधियों पर पुलिस प्रशासन के तेजी से कसते शिकंजे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस उद्घोष पर मुहर लगाने का कार्य किया है। योगी राज में उत्तर प्रदेश में जिस तरह से माफियाओं बाहुबलियों और उनके सहयोगियों के विरुद्ध अभियान चलाकर उनका समूल नष्ट करके सफाया किया जा रहा है, उससे सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मिट्टी में मिला देंगे वाली बात एकदम सत्य साबित होती नज़र आ रही है और वह निरंतर मीडिया की सुर्खियों में हैं।