चंडीगढ़ नेशनल हाइवे किया जाम,किसान बोले: सरकार के आदेशों के बाद भी कैथल में आज तक शुरू नहीं हुई गेहूं खरीद
अतिरिक्त अनाज मंडी में गेहूं की खरीद न होने से गुस्साए किसानों ने सोमवार सुबह हिसार चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। नाराज किसानों ने सड़क के बीचोंबीच ट्रैक्टर ट्रालियां खड़ी करके व उनके आगे बैठकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का आरोप था कि कागजों में तो गेहूं की खरीद एक अप्रैल से शुरू हो चुकी है लेकिन हकीकत यह है कि गेहूं की खरीद शुरू करवाने की मांग को लेकर किसानों को सड़कोंपर बैठना पड़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन धन्ना भगत हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष होशियार गिल ने कहा कि जब से भाजपा सरकार आई है किसान तभी से सड़कों पर है। गन्ने की फसल की पैमेंट लेने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ता है।
सूरजमुखी की फसल के भुगतान के लिए प्रदर्शन करना पड़ता है। एक अप्रैल से किसान मंडियों में अपनी फसल को लेकर बैठा है। मंडियों में बारदाने की भी कमी है। उन्होंने कहा कि जब तक गेहूं की खरीद शुरू नहीं होती है वे सडक़ों पर ही डटे रहेंगे। किसान रामचन्द्र ने कहा कि वह 4 अप्रैल से मंडी में अपनी गेहूं की फसल को लेकर बैठा है। रातभर मच्छर काटते हैं। उसकी गेहूं में 11 प्रतिशत नमी की मात्रा और 12 प्रतिशत की खरीद होती है ये लोग मेरी फसल खरीद नहीं रहे हैं। किसानों का आरोप है कि आसपास की सभी मंडियों में खरीद शुरू हो चुकी लेकिन कैथल में गेहूं खरीदी नहीं जा रही है। किसान बलराज नौच ने कहा कि अभी तो मंडी के अधिकारी आए हैं और उन्हें आश्वासन देकर चले गए लेकिन मंडी में थोड़ी देर बाद फिर से गेहूं की खरीद बंद कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नमी कैथल में ही क्यों है, अन्य जगहों पर गेहूं में नमी क्यों नहीं है। जब गेहूं की खरीद जब सरकार ने एक अप्रैल से शुरू कर दी तो यहां 10 अप्रैल को भी किसानों की गेहूं क्यों नहीं खरीदी जा रही है। किसान लीला तितरम, रमेश कैलरम, रामनिवास प्यौदा, लखविन्द्र, बूटा सिंह, शमशेर, राजकुमार, प्रीतम का आरोप था कि खाद से लेकर गेहूं बेचने तक उन्हें परेशानी ही होती है। सरकार की सही पॉलिसी न होने के कारण किसान की बेकद्री है।
जाम में फंसे सैकड़ों वाहन चालक
हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर करीब एक घंटे तक चले जाम में हजारों यात्री व सैकड़ों वाहन चालक फसे रहे। जाम के कारण लोगों को अपने गंत्वय पर पहुंचने के लिए रास्ते बदल बदलकर जाना पड़ा। सुबह का समय होने के कारण खासकर सरकारी कार्यालयों में जाने वाले कर्मचारियों को भारी परेशानी हुई। कई कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर लेट हो गए। जाम की सूचना पाकर सबसे पहले अनाज मंडी पुलिस चौकी के एएसआई कुलदीप सिंह मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसानों की जिद थी कि जब तक गेहूं की खरीद शुरू नहीं होती है तब तक वे जाम नहीं खोलेंगे। इसके बाद जाम की सूचना पाकर डीएसपी रविन्द्र सांगवान पहुंचे और किसानों ने डीएसपी की भी एक ना सुनी।
खरीद शुरू होने के बाद ही खुला जाम
पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद अतिरिक्त अनाज मंडी में डीएफएससी विभाग के कर्मचारी पहुंचे। उन्होंने गेहूं की खरीद शुरू करने की बात कही। इसके बाद डीएसपी रविन्द्र सांगवान फिर से किसानों के बीच गए और उन्होंने कहा कि मंडी में डीएफएससी कार्यालय के कर्मचारी गेहूं खरीद के लिए पहुंच गए हैं। अब आप लोग जाम खोलकर मंडी में या फिर अपने घरों की ओर जाए। किसानों ने डीएसपी की बात को कंफर्म करने के बाद जाम खोला और इसके बाद प्रशासन व राहगीरों ने राहत की सांस ली।