99 साल की उम्र में हुआ निधन ,नहीं रहे अरबपति केशब महिंद्रा
महिंद्रा एंड महिंद्रा के एमेरिटस चेयरमैन केशब महिंद्रा का 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। INSPACe के अध्यक्ष पवन के गोयनका ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है। हाल ही में केशब महिंद्रा को दौलत आंकने वाली पत्रिका फोर्ब्स ने 2023 की सूची में शामिल किया था। फोर्ब्स ने बताया था कि वह सबसे उम्रदराज भारतीय अरबपति हैं। 99 वर्षीय केशब महिंद्रा की संपत्ति 1.2 बिलियन डॉलर आंकी गई थी। केशब महिंद्रा ने पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी, अमेरिका से स्नातक की पढ़ाई की थी।
उन्होंने महिंद्रा ग्रुप में 1947 में एंट्री ली थी और 1963 में कंपनी के चेयरमैन बने। केशब महिंद्रा को केंद्रीय उद्योग सलाहकार परिषद सहित कई समितियों में जगह मिली है। उन्होंने सेल, टाटा स्टील, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स, आईएफसी और आईसीआईसीआई सहित कई अलग-अलग कंपनियों के बोर्ड और काउंसिल में भी काम किया है। आपको बता दें कि 2004 से 2010 तक केशब महिंद्रा प्रधानमंत्री की व्यापार और उद्योग परिषद, नई दिल्ली के सदस्य थे।
अपने लंबे कार्यकाल के दौरान केशब महिंद्रा ने कंपनी को नई ऊंचाई दी। उन्होंने यूटिलिट से जुड़े वाहनों के निर्माण और बिक्री को बढ़ाने पर फोकस किया। विलीज-जीप को पॉप्युलर बनाने में केशब महिंद्रा की अहम भूमिका भी। वह 1963 से 2012 तक समूह के चेयरमैन थे। केशब महिंद्रा ने रिटायरमेंट के बाद भतीजे आनंद महिंद्रा को कमान सौंपी। वर्तमान में महिंद्रा एंड महिंद्रा न केवल अपने ट्रैक्टरों और एसयूवी के लिए जाना जाता है बल्कि यह सॉफ्टवेयर सर्विसेज, हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में भी दबदबा मौजूद है।