84वीं सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में जीती अनुपमा उपाध्याय।
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आज पूरे देश में हरियाणा के जूनियर व सीनियर बैडमिंटन खिलाडियों ने कायम किया दबदबा,हार व जीत खेल के पहलू, आखिर तक हार न मानना महान खिलाडी की निशानी : अजय सिंघानिया।
महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों आयोजित की जा रही 84वीं सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में हरियाणा की प्रतिभावान खिलाडी अनुपमा उपाध्याय ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए आखिरकार सभी की उम्मीदों के अनुसार प्रदेश के लिए गोल्ड मैडल जीता है। इस जीत पर हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन के प्रेजिडेंट देवेंद्र सिंह ने विजेता बेटी को पांच लाख नगद ईनाम देने की घोषणा की है। होनहार की इस उपलब्धि पर बैडमिंटन एसोसिएशन आफ इंडिया उपाध्यक्ष व हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन महासचिव अजय सिंघानियां ने हरियाणा की खिलाडी अनुपमा उपाध्याय का खिताबी मुकाबले के दौरान सामना छतीसगढ की आकर्षी कश्यप के साथ हुआ। जिस प्रकार पूरे देश की निगाहे इस बडे टूर्नामेंट पर टिकी थी
फाईनल पूरी तरह से रोमाचंक होने के आसार पहले ही दिखाई दे गए थे। हुआ भी यही व आखिरी क्षण तक दोनों खिलाडियों ने खिताब को जीतने के लिए खूब पसीना बहाया व अंतिम क्षण तक खेल का रोमांच बना रहा। आखिरकार अपने अनुभव के बल पर हरियाणा की अनुपमा उपाध्यय विजेता बनकर उभरी। पहला सैट गंवाने के बाद एक बार मैच में पिछड चुकी इस होनहार ने आगे खेल में न सिर्फ अपने उपर बने मनोवैज्ञानिक दबाव को पूरी तरह से हटा दिया साथ में विपक्षी के किसी भी तरह से उभरने व संभलने का मौका अंत तक नहीं दिया। अंतिम परिणाम अनुपमा उपाध्यय की जीत के साथ 20-22, 21-17, 24-22 रहा जो दिखाने के लिए काफी है कि मैंच रोमांच की किस सीमा तक पहुंचा। अजय सिंघानिया ने कहा कि प्रत्येक खिलाडी को अंत तक हार न मानकर अपने खेल का सर्वश्रेष्ठ देने के लिए पूरी तरह से मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए, हांलाकि हार जीत खेल के दो पहलू है लेकिन अंतिम क्षण तक जीतने का जुनून महान खिलाडियों का एक गुण है इसकी झलक अनुपमा ने दिखाई। सभी को इस युवा के अंदर भविष्य की अपार संभावनाएं नजर आ रही है।
हरियाणा बैडमिंटन एसोसिएशन प्रेजिडेंट देवेंद्र सिंह ने भी अपनी शुभकानाएं दी व अनुपमा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि आज पूरे भारत में हरियाणा के जूनियर व सीनियर बैडमिंटन खिलाडियों ने न सिर्फ उंचा नाम कमाया है बल्कि यह कहा जाए कि अपना दबदबा खेल में कायम कर दिया है तो गलत नहीं होगा। प्रतिभावान युवा खिलाडी की यह उपलब्धि बहुत बडी है, इससे पूरे हरियाणा में महिला खिलाडियों के बीच एक संदेश गया है कि बैडमिंटन के क्षेत्र में उनके लिए भी अपार संभावनाएं खुली है वो भी आगे आए व अनुपमा की भांति अपने क्षेत्र प्रदेश व देश के नाम को रोशन करे।