चारधाम यात्रा के लिए 4 अहम जानकारियां, रजिस्ट्रेशन से लेकर टोकन सिस्टम तक बड़े काम आएंगे ये नियम

उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 30 अप्रैल से चारों धाम यानी ब्रद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा का आगाज होगा, जिसके लिए गुरुवार से रजिस्ट्रेशन खोले जा चुके हैं। पहले ही दिन 1.65 लाख से ज्यादा लोग चारधाम यात्रा के लिए रजिस्टर कर चुके हैं। ऐसे में अगर आप भी चारधाम यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ बातें जान लेना बेहद जरूरी है।
चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना बेहद जरूरी है। इसके बिना आप चारधाम की यात्रा नहीं कर सकते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए registrationandtouristcase.uk.gov.in पर जाकर आधारकार्ड की मदद से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वहीं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में केंद्र स्थापित किए गए हैं।
उत्तराखंड के पर्यटन सचिव कुर्वे के अनुसार भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार टोकन सिस्टम शुरू करेगी। इस नियम के तहत रजिस्ट्रेशन के बाद सभी श्रद्धालुओं को टोकन दिया जाएगा, जिसमें दर्शन का समय और तारीख मौजूद रहेगी। इससे श्रद्धालुओं को भी दर्शन करने में आसानी होगी और प्रशासन भीड़ नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
चारधाम यात्रा पर जाने वाली गाड़ियों की 3 जगहों पर चेकिंग होगी। खासकर बाहरी राज्यों से आने वाली गाड़ियों को उत्तराखंड बॉर्डर पर चेकिंग करवानी पड़ेगी। उत्तराखंड सरकार ने बाहर से आने वाली गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन भी अनिवार्य कर दिया है। बिना रजिस्ट्रेशन के गाड़ियों की एंट्री नहीं होगी। जिन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा उन्हें ऋषिकेश में ही रोक दिया जाएगा।