हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, लैंड स्लाइड और बाढ़ से नेशनल हाईवे समेत 375 सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। लगातार भारी बारिश के कारण कई जिले में बाढ़ आ गई है। नेशनल हाईवे (NH) समेत 375 सड़कें बंद हैं। जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की ऊंची चोटियों बारालाचा, कुंजुम सहित अन्य दर्रों में मंगलवार को हल्का हिमपात हुआ, जबकि कई स्थानों पर भारी वर्षा हुई। मंडी जिले के द्रंग क्षेत्र के पनारसा के थाई नाले के बहाव में आने से नेपाली मूल का एक किशोर बह गया।
14 वर्षीय तेज सिंह यहां स्वजन के साथ रहता था। वहीं भारी वर्षा व भूस्खलन से बाधित कीरतपुर-मनाली फोरलेन 37 घंटे बाद मंगलवार दोपहर एक बजे बहाल हुआ। मंडी-जंजैहली मार्ग थुनाग तक बहाल कर दिया है, जिससे सराज घाटी के लोगों को आंशिक राहत मिली है।
कोटली उपमंडल के कसान क्षेत्र में अवैध डंपिंग के कारण कृत्रिम झील बन गई है। इससे लोग सहमे हुए हैं। वर्षा से सेब सहित टमाटर, गोभी व अन्य सब्जियों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने 23, 24 और 25 जुलाई तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है।
हालांकि कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। प्रदेश में 326 ट्रांसफार्मर खराब हैं जिसके कारण बिजली आपूर्ति बाधित है। 314 पानी की योजनाएं प्रभावित हैं।
प्रदेश में वर्षा और भूस्खलन के कारण मटौर-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सिरमौर में एनएच-707, मंडी में एनएच-70 और लाहुल स्पीति में एनएच-505 बाधित हो गए हैं। इसके अलावा 375 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
मंडी में सबसे अधिक 254, कुल्लू में 78, शिमला में 13, कांगड़ा में 11, सिरमौर में 10, सोलन में पांच, ऊना में तीन, चंबा और लाहुल स्पीति में एक-एक सड़क बंद है।