हरियाणा के जाट को पाकिस्तान का जाट न समझा जाए : रमेश दलाल
हरियाणा के जाट को पाकिस्तान का जाट न समझा जाए : रमेश दलाल
समगोत्र विवाह को अवैध करार दिया जाये : राष्ट्रीय किसान नेता रमेश दलाल
सरकार जमीन अधिग्रहण की नीति को बदले : रमेश दलाल
अपनी मांगों को लेकर देश की सभी जातियों के लोग 24 फरवरी को सर्वजाति संसद में भाग ले : रमेश दलाल
चंडीगढ़, 9 फरवरी 2024
शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रैस क्लब में की गई प्रैस कांफ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता और किसान नेता रमेश दलाल ने हरियाणा और देश के सभी जातियों के लोगों से अपील की है कि वह अपनी मांगो को लेकर 24 फरवरी 2024 को केएमपी मांडोठी- असोदा टोल प्लाजा पर होने वाली महापंचायत में बड़ी संख्या में पहुंचे, ताकि सरकार के कानों तक अपनी आवाज़ पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा हरियाणा और पूरे देश में लोगों को कुछ राज्यों की तरह सुविधाएं नहीं मिल पा रही है, जिस कारण अपना हक लेने के लिए यह महापंचायत रखी गई है।
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में 1. समगोत्र विवाह को रद्द करना
2. हरियाणा को पंजाब से एस वाई एल का पानी देना व अलग से हाईकोर्ट की स्थापना करना 3. चौधरी चरण सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) व ताऊ देवीलाल (उप प्रधानमंत्री) को भारत रत्न अवॉर्ड से सम्मानित करना, कवि लखमी चंद की तरह कवि मांगे राम, कवि जाट मेहर सिंह दहिया, कवि बाजे भगत (नाई) व कवि धनपत राय (मिरासी) के नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित करना 4. यमुना नदी के पानी को साफ कर फरीदाबाद, मेवात व पलवल ज़िले में सिंचाई के लिए देना 5. जाट, बिश्नोई, जट्ट सिख, रोड़, त्यागी, मूला जाट इत्यादि समाज को ओबीसी के आरक्षण में शामिल करना व 2016 के आंदोलन में सभी जातियों के व्यक्तियों पर दर्ज मुकदमे रद्द करना 6. सर छोटू राम संग्राहलय व राव तुलाराम मेमोरियल दोनों को 50 करोड़ रूपए विकास के लिए देना और सालाना बजट तय करना 7. डबवाली, गोहाना, उचाना व हांसी को ज़िला बनाना
8. ज़मीन और किसान से संबंधित मामले -:
हरियाणा संशोधित ज़मीन अधिनियम 2013 में उचित बदलाव करना, ताकि किसानों को बाजार मूल्य का चार गुणा मुआवजा मिल सके।
प्रस्तावित लैंड पूलिंग पॉलिसी में किसान को प्रस्तावित विकसित लैंड से ज्यादा जमीन देना
के एम पी 152-डी, 754-के और अमृतसर-कटडा एक्सप्रेसवे के साथ लगती जमीन का दूसरे राष्ट्रीय राजमार्गों की तरह बाजार मूल्य से दोगुना मूल्य देना, क्योंकि वर्तमान में इस जमीन का बहुत कम मुआवजा मिलता है।
हाईपावर बिजली लाइन के संदर्भ में किसानों के हित में नया कानून बनाना, जिससे किसान की जमीन खराब होने पर उचित मुआवजा मिल सके।
सोनीपत (जटवाड़ा) सहित हरियाणा के खेतों में खड़े पानी की ड्रेन निकासी का प्रबंध और उचित मुआवजा देना।
किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंक का ब्याज कम करना और किसानों का वर्तमान कर्जा माफ करना आदि शामिल है।
किसान नेता ने कहा कि जब दिल्ली और राजस्थान के जाटों को आरक्षण दिया जा सकता है, तो हरियाणा के जाटों को क्यों नहीं दिया जा रहा। उन्होंने सभी देश वासियों को महापंचायत में समय पर पहुंचने की अपील की। इस अवसर पर उनके साथ पवित्र जुने, जय परकाश, विनोद फोगाट, ईश्वर सिंह, सुरेंदर चतेरा, डा. राकेश, योगेश, कविंदर, सोनू सहित हरियाणा के किसान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।