दुनिया का सबसे बड़ा 416 टायरों वाला ट्राला, रोज चलता है 8 किलोमीटर
दुनिया का सबसे बड़ा ट्राला
416 टायरों वाला ट्राला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। ये ट्राला जहा से भी निकलता है लोग देखने के लिए वहा पर उमड़ पड़ते है।
कई जगह पर बनानी पड़ती है नई सड़क।
सिरसा के घग्घर नदी पर भारी ट्राला को गुजारने के लिए एक नई व विशेष सड़क बनाई जा रही है।
हम आपको बता दे कि ये ट्राला करीब 10 महीने पहले गुजरात के कांडला पोर्ट से चली थी। जिसमे मौजूद भारी मशीनरी को बठिंडा की रिफाइनरी तक पहुचना है। घग्घर नदी के पुल को देखते हुए पुल के नीचे एक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
नदी के किनारे पर खड़ा है ये ट्राला।
दूसरी तरफ लम्बे समय से घग्घर नदी के किनारे खड़ा 416 टायरों वाला 39 मीटर लम्बा यह ट्राला लोगो के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। घग्घर नदी पर बन रही सड़क का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा। जब तक सड़क नही बन जाती तब तक ये ट्राला यही खड़ा रहेगा।
ट्राला पर लदा हुआ है एक मशीन टाइप उपकरण।
मेकेनिकल रविन्द्र ने बताया कि ये ट्राला पंजाब के बठिंडा में बनी रिफाइनरी में जानी है, इस ट्राला पर एक उपकरण लदा हुआ है जिसे रिफाइनरी तक सही सलामत लेकर जाना है।
ट्राला में 416 टायर है और यह 39 मीटर लम्बा है ये ट्राला करीब 10 महीने पहले गुजरात के कांडला पोर्ट से चली थी।
अब ये ट्राला लम्बे समय से सिरसा में ही खड़ा है यह ट्राला घग्घर पर बने पुल के ऊपर नही जा सकती, क्योकि इस ट्राला का वजन हज़ारो टन है जो कि घग्घर नदी के पुल को भी नुकसान पहुचा सकता है।
घग्घर नदी को पार करने के लिए नदी पर एक विशेष सड़क बनाई जा रही है, जिसका निर्माण कार्य बड़ी ही जोरो शोरो से चल रहा है जैसे ही इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा उसके बाद ये ट्राला यहा से चलेगा।