14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसान महापंचायत एसकेएम ने ऐलान करते हुए कहा कि किसान बसों और ट्रेनों के जरिए मार्च करेंगे.

संयुक्त किसान मोर्चा की एक अहम बैठक लुधियाना के इसरु भवन में हुई. इस बैठक में कुल 25 समूहों ने भाग लिया. इस बीच 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत करने का फैसला लिया गया. यह भी निर्णय लिया गया कि किसान ट्रैक्टर से नहीं बल्कि बसों-ट्रेन और अपने साधनों से दिल्ली की ओर पलायन करेंगे।
शंभू बॉर्डर पर किसान दिल्ली पलायन के लिए डटे हुए हैं
बता दें कि पिछले महीने दिल्ली प्रवास के लिए निकले किसान शंभू बॉर्डर पर फंसे हुए हैं. किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच चार बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है.
इस बैठक में किसान नेताओं ने कहा कि अगर किसानों को रोका गया तो 14 मार्च को फैसला लिया जाएगा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विधायक, सांसद और जिले के नेता इसका पुरजोर विरोध करेंगे और बीजेपी का बहिष्कार किया जाएगा.
दिल्ली महापंचायत में लाखों किसानों के पहुंचने का दावा
एसकेएम ने युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले में अज्ञात प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. एसकेएम नेताओं ने कहा कि वह शुभकरण सिंह की अंतिम संस्कार प्रार्थना में शामिल होंगे। इस बैठक में बताया गया कि 14 मार्च को दिल्ली में होने वाली महापंचायत में पंजाब के 37 संगठन और देशभर के 450 संगठन हिस्सा लेंगे. किसानों ने दावा किया है कि दिल्ली महापंचायत में लाखों किसान शामिल होंगे.