हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे समेत 83 सड़कें बंद, तीन की मौत

हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे समेत 83 सड़कें बंद, तीन की मौत
शिमला, 26 जून, 2023;
हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश का व्यापक असर दिख रहा है. पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. हमीरपुर जिले के सुजानपुर उपमंडल के खेड़ी गांव में बादल फटने से बाढ़ का पानी कुछ घरों में घुस गये. भारी बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में भूस्खलन से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है और एक घायल हो गया है. इसके अलावा एक व्यक्ति अभी भी लापता है. भारी बारिश और बाढ़ के कारण कई जानवर और वाहन बह गए और अन्य संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा।
बारिश के दौरान भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली और शिलाई-पोंटा साहिब राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 83 सड़कें अभी भी बंद हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी जिले में दो स्थानों पर बंद है। हालांकि कुल्लू से आने वाले छोटे वाहनों को गोहर-चोलचौक के रास्ते भेजा जा रहा है, लेकिन बड़े वाहन और मालवाहक वाहन अभी भी जाम में फंसे हुए हैं। बेर की खेप ले लो शेष जीप चालकों ने बताया कि वे शनिवार से ही जाम में फंसे हैं. अगर वे समय पर बाजार नहीं पहुंचे तो फसल खराब हो जायेगी और उन्हें मजदूरी भी नहीं मिलेगी. मंडी एएसपी सागर चंद्र ने बताया कि सात और चार मील के पास नेशनल हाईवे को बहाल करने का काम जारी है. उधर, पराशर घूमने आए चंबा के 100 छात्र शनिवार रात से टूटी सड़क के कारण बागी में फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा 35 सड़कें मंडी जिले में बंद हैं. इसी तरह सिरमौर जिले में 23, चंबा में 10, सोलन में सात, कुल्लू में पांच, बिलासपुर, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति और शिमला में एक-एक सड़कें बंद हैं। भारी बारिश के कारण 140 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं, तो कई जगहों पर बिजली गुल है. सिरमौर जिले के नाजन उपमंडल में 69, चंबा में 30, मंडी में 25, कुल्लू में 16, लाहौल-स्पीति में आठ, हमीरपुर में पांच और किन्नौर में एक ट्रांसफार्मर खराब है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, धर्मशाला में सबसे ज्यादा 106 मिमी बारिश हुई है. इसके अलावा मंडी में 56, पौंटा साहिब में 43, पालमपुर में 32, चंबा में 24, कांगड़ा में 15 और ढोलकुआं में 12 मिमी बारिश हुई है. बारिश के कारण तापमान में गिरावट आने से मौसम सुहावना हो गया है. प्रांत औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.1 डिग्री कम दर्ज किया गया. बारिश के बाद नदियों और नहरों में जल स्तर भी बढ़ गया है, जिसके कारण प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और नदियों और नहरों के किनारे नहीं जाने का आग्रह किया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में अगले चार दिनों तक मैदानी और मध्य पर्वतीय इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरिंदर पाल ने कहा कि मानसून की सक्रियता के कारण आने वाले दिनों में राज्य में व्यापक बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बाहर से आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों से नदियों और नहरों के किनारे न जाने की अपील की है.