हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दीपावली से पहले प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को तोहफा, डीए में चार फीसदी इजाफा
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दीपावली से पहले प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को तोहफा देते हुए केंद्र की तर्ज पर 4 फीसदी महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाने की घोषणा की है। अब सरकारी कर्मचारियों का डीए 42 प्रतिशत से बढ़कर 46 प्रतिशत हो जाएगा। सीएम ने कहा कि जुलाई से सितंबर का एरियर दिसंबर में दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने हिंदी आंदोलन सत्याग्रहियों व आपातकालीन पीड़ितों की पेंशन 10000 रुपए से बढ़ाकर 15000 रुपए करने का ऐलान किया।
सीएम ने कहा कि आज शहरी निकाय मंत्रालय की 90 और टाउन कंट्री प्लानिंग की 100 कॉलोनियों को नियमित किया गया। इसके अलावा सीएम ने प्रदेश में छह स्टेट हाईवे के टोल प्वाइंट बंद करने का एलान किया। तीन टोल एक नंवबर को और बाकी दिसंबर तक बंद होंगे। उन्होंने कहा कि PWD के छह टोल बैरियर बंद कर दिए जाएंगे। 1 नवंबर से वसीरपुर, टटियाना और गुर्जरवास PWD टोल टैक्स बैरियर बंद होंगे। इसके अलावा 10 नवंबर को संगतपुरा का टोल बैरियर बंद हो जाएगा। एक दिसंबर को असगरपुर और फिरोजपुर टोल बैरियर बंद कर दिए जाएंगे। अब यहां से आने जाने वाले लोगों से किसी प्रकार का पैसा नहीं लिया जाएगा। सीएम ने बताया कि सरकार के इस फैसले से हर साल 13 करोड़ रुपए राजस्व का नुकसान होगा।
सीएम ने कहा कि 25 दिसंबर 2014 को सुशासन दिवस मनाया था। इसी दिन सीएम विंडो की भी घोषणा की गई थी। अब तक इस विंडो पर 13 लाख शिकायतें दर्ज की गई हैं, अब तक लाखों का शिकायतों का निवारण किया जा चुका है। सीएम ने कहा कि आज से प्राण वायु देवता पेंशन योजना के तहत 3810 पेड़ों की पेंशन शुरू कर दी गई है। जिनकी भूमि में 75 वर्ष से अधिक पेड़ों की उम्र होगी, उनको वार्षिक 2750 रुपये पेंशन दी जाएगी। पांच जून को इन पेड़ों की पूजा के कार्यक्रम किए जाएंगे। सीएम ने बताया कि आशा वर्कर के मानदेय में इक्कीस सौ रुपये की बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा मेयर, डिप्टी मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, जिला परिषद, निकाय समिति पंचायत समिति के चेयरमैनों, वाइस चेयरमैन और सदस्यों के मानदेय में बढ़ोतरी का एलान किया गया है।
गौरतलब है कि आने वाले वाले साल 2024 में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं। हरियाणा में भाजपा का सत्ता में रहते हुए 9 साल पूरे हो चुके हैं। इसके साथ ही लोकसभा की सभी 10 सीटों पर भी भाजपा का कब्जा है। ऐसे में 2014 और 2019 के प्रदर्शन को दोहराने के लिए मुख्यमंत्री के सामने दोहरी चुनौती है। इसलिए मुख्यमंत्री अपनी पूरी कैबिनेट के साथ ही एक्टिव मोड में हैं। वह लगातार फील्ड में रहकर जनसंवाद भी कर रहे हैं।