सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस: मूसेवाला मर्डर केस के अहम गवाह नहीं पहुंचे कोर्ट: मर्डर के वक्त थार में थे दोनों दोस्त, कोर्ट से मांगा समय

हत्या के वक्त गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह दोनों सिद्धू मूसेवाला की थार में बैठे थे. इसलिए उन्हें मुख्य गवाह बनाया गया. दोनों ने निजी कारणों का हवाला देते हुए कोर्ट से छूट मांगी है. यह घटना मानसा के जवाहरके गांव की है. गुरविंदर और गुरप्रीत को भी गोलियां लगीं.
मूसेवाला को 6 शूटरों ने मारी गोली
29 मई 2022 की शाम 6 शूटरों ने मानसा के जवाहरके गांव में सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी. मूसेवाला तब 28 साल के थे. इस हत्या की जिम्मेदारी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली थी. इस पूरी साजिश को अंजाम दिया कनाडा बेस्ड गैंगस्टर गोल्डी बरार ने. जिसमें लॉरेंस का भाई अनमोल और भतीजा सचिन थापन भी शामिल थे.
पुलिस ने इस मामले में 35 आरोपियों को नामजद किया है. इनमें से 4 की मौत हो चुकी है. हत्या के बाद से माता-पिता अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वे लगातार पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार को घेर रहे हैं.
सिद्धू ने अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत गायन से नहीं बल्कि एक लेखक के रूप में की थी। उन्होंने अपना पहला गीत लाइसेंस लिखा। इसमें सिंगर निंजा ने अपनी आवाज दी है. यह गाना काफी हिट रहा, जिसके बाद सिद्धू को लेखक के तौर पर पहचान मिली.
सिद्धू का पहला गाना ‘जी वैगन’ 2017 में रिलीज हुआ था। हालांकि, उन्हें प्रसिद्धि ‘सो हाई’ गाने से मिली। उन्होंने 2018 से भारत में लाइव शो करना शुरू किया और कनाडा में कई शो किए हैं। सिद्धू का गाना ‘फेम्स’ 2018 में रिलीज़ हुआ था, जिसकी लोकप्रियता के कारण उन्हें टॉप 40 यूके एशियन चार्ट में एंट्री मिली।