सर्वहितकारी आध्यात्मिक केंद्र के सचिव सुरेंद्र सिंह ने शिमला मे वीरवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधि्त किया
सर्वहितकारी आध्यात्मिक केंद्र के सचिव सुरेंद्र सिंह ने शिमला मे वीरवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधि्त किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल हाईकोर्ट की एक महत्वपूर्ण जजमेंट के अनुसार वर्ष 2018 में जिला कुल्लू में ए unक आध्यात्मिक गुरु परम संत खेम सिंह महाराज के ऊपर कुछ गुंडों ने अटैक किया। इस हमले में उनके शरीर पर 35 घाव आए। हमले में उनके एक टांग की और बाजू की हड्डी फ्रैक्चर हो गई। उस समय उन्हें उनके 2,3 अन्याय अनुयाई उठाकर अस्पताल ले गए।
पुलिस के अस्पताल पंहुचने पर पुलिक को बताया गया कि हमलावर लोगों को एक self-styled संत बलजीत सिंह ने भेजे थे क्योंकि वह उनके नाम से नारे लगा रहे थे और वह संत खेम सिंह जी की पगड़ी भी उतार कर ले गए।
यह गुंडे 3 दिन से उनके घर के बाहर रेकी कर रहे थे और रविवार वाले दिन वह अपने घर से बस में बैठकर कुल्लू की तरफ गए तो वह पीछे लग गए और कुल्लू में मौका देख कर घात लगाकर हमला कर दिया। बलजीत सिंह के नाम से f.i.r. कराई गई और उन अनजाने गुंडों के नाम पर भी पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने बहुत ही ढीले तरीके से केस की पैरवी की ना तो हमलावर पकड़ा गया न ही हमले में प्रयुक्त की गई काले रंग की बलेनो कार पुलिस बरामद कर सकी। बलेनो कार पर नकली नंबर लगा था।
पुलिस को हमले की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी प्रोवाइड कराई गई जिसमें हमलावरों के चेहरे भी नजर आ रहे हैं मगर पुलिस ने तो कोई कार्रवाई की बल्कि कोर्ट में नॉट ट्रेसेबल की रिपोर्ट डाल भी दी। मजबूरी में हमने हाईकोर्ट में 482 में एप्लीकेशन लगाई और न्याय मांगा। अब कोर्ट ने डीजीपी हिमाचल को आदेश दिए हैं कि इस सारे मामले की जांच सीआईडी से कराएं। सुरेंद्र सिहं ने कहा कि हमारे बहुत से सेवादार जो संत खेम सिंह जी के साथ आ गए थे
उनके ऊपर भी अलग-अलग जगह पर हमले हुए हैं वहां पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। सुरेंंद्र सिहं ने आरोप लगाया कि उक्त संत का प्रभाव है या पैसे का प्रभाव, कई जगह पर इसने लोगों को भेजकर संत खेम सिंह के सत्संग में हुड़दंग मचाने की कोशिश की मगर कहीं पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अह हम चाहते हैं कि अब डीजीपी हिमाचल इस सारे मामले की अच्छे से इंक्वायरी करवाएं और जो भी इसके पीछे है उसको कानून के मुताबिक सजा दिलाएं।